नई दिल्ली. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के मोदी सरकार की आर्थिक हालात पर दिए गए बयान का जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि डॉ मनमोहन सिंह की सरकार में देश की आर्थिक स्थिति एक तरह से पॉलिसी पैरालिसिस हो गई थी. यूपीए घोटालों की सरकार थी. उनकी सरकार में करप्शन होता रहा और वह चुपचाप बैठे देख रहे थे. वित्त मंत्री ने कहा कि मनमोहन सिंह के समय में 22 बार महंगाई दर 10 फीसदी से ज्यादा रही. मनमोहन सिंह भारत को फ्रेगायिल 5 में लाने के लिए जिम्मेदार रहे हैं.
वित्त मंत्री ने आरोप लगाया कि डॉ सिंह का बयान पंजाब में चुनाव को देखते हुए था, इसका हकीकत से कोई लेना देना नहीं है. वित्तमंत्री ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में कथित योगी की भागीदारी और उसके जरिए एनएसई के संचालन पर भी सवाल उठाया. वित्तमंत्री ने कहा कि तब मनमोहन सिंह चुप क्यों रहे. ऑक्सफैम का डाटा निर्माण करने का मापदंड ही गलत. वित्त मंत्री ने कटाक्ष किया कि ऐसे दोषपूर्ण डाटा को कांग्रेस अपना आधार बना रही है.