बीजापुर। जिले में माओवादियों ने एक बार फिर जमकर तांडव मचाया है। माओवादियों ने धारदार हथियार से हमला करके एक गोपनीय सैनिक की हत्या की है। हत्या करने के बाद गोपनीय सैनिक का शव गंगालूर सड़क पर CRPF कैंप के पास फेंक दिया है। हालांकि शव को पुलिस ने बरामद कर लिया है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार-शनिवार की रात 10 से ज्यादा माओवादियों ने इस वारदात को अंजाम दिया है। इसकी पुष्टि SP कमलोचन कश्यप ने की है। मामला बीजापुर थाना क्षेत्र का है। वहीं कांकेर जिले की महाराष्ट्र सीमा पर नक्सलियों ने 12 वाहनों को आग के हवाले कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक, गोपनीय सैनिक अंदो पोयम जिले के नक्सल प्रभावित इलाके कुटरु के तुंगोली का रहने वाला है। नक्सलियों ने गोपनीय सैनिक का पहले अपहरण किया, फिर धारदार हथियार से हमला करके उसकी हत्या कर दी। जिसके बाद शव को सड़क पर फेंक दिया। शनिवार की सुबह जब उस मार्ग से गुजर रहे लोगों ने शव को देखा तो इसकी सूचना उन्होंने फौरन पुलिस को दी। मौके पर पहुंचे जवानों ने गोपनीय सैनिक के शव को बरामद कर पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा है। गोपनीय सैनिक अंदरूनी इलाके में रहकर जवानों को नक्सलियों के मूवमेंट और अंदरूनी जानकारी देने का काम करते थे।
मजदूरों को बंधक बनाकर वाहनों में की आगजनी
शुक्रवार को माओवादियों ने जिले के नक्सल प्रभावित चेरी कंटी गांव में भी जमकर उत्पात मचाया था। यहां सड़क निर्माण कार्य में लगी 3 वाहनों को आग के हवाले कर दिया। ग्रामीण वेशभूषा में पहुंचे नक्सलियों ने निर्माण कार्य में लगे मजदूरों को भी काफी देर तक बंधक बनाकर रखा था। फिर JCB, पोकलेन और एक हाइवा वाहन का डीजल टैंक फोड़ कर आग लगा दी थी। साथ ही मजदूरों को सड़क निर्माण का काम न करने की हिदायत देकर रिहा कर दिया था।
12 वाहनों में लगाई आग
छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले की महाराष्ट्र सीमा पर नक्सलियों ने एक बार फिर से उत्पात मचाया है। यहां गढ़चिरौली में नक्सलियों ने 12 वाहनों को जला दिया है। वारदात को अंजाम देने के बाद नक्सली भाग निकले हैं। ये सभी गाड़ियां सड़क निर्माण कार्य में लगी थी। शुक्रवार को नक्सलियों ने बस्तर के बीजापुर जिले में भी 3 वाहनों को जला दिया था।
कांकेर सीमा पर इरपानार से पेंडूंगा मार्ग पर सड़क निर्माण का काम चल रहा है। इरपानार कांकेर का इलाका है। वहीं पेंडूंगा गढ़चिरौली में है। शुक्रवार को भी यहां मजदूर दोपहर 2 से 3 बजे के बीच काम कर रहे थे। इसी बीच बड़ी संख्या में नक्सली पहुंचे और उन्होंने मजदूरों को वहां से हटने के लिए कह दिया। इसके बाद 9 ट्रैक्टर, 2 जेसीबी और ग्रेडर वाहन को जला दिया। गाड़ियों में आग लगाने के बाद नक्सली वहां से जंगल का सहारा लेकर भाग निकले।