(गोरखपुर डेस्क ) | गोरखपुर दीवानी कचहरी के बाहर पार्किंग में शुक्रवार दोपहर दिलशाद की हत्या के आरोपी सेवानिवृत्त फौजी व दुष्कर्म पीड़िता के पिता के खिलाफ पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर लिया। दिलशाद के पिता मोहम्मद ताहिर की तहरीर पर केस कर पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेजा गया है। हालांकि, इस दौरान फौजी के चेहरे पर कोई पछतावा नहीं था। उधर, पोस्टमार्टम के बाद दिलशाद के शव को लेकर घरवाले बिहार रवाना हो गए। वहीं सोशल मीडिया पर कुछ लोग इसे ही तो कुछ गलत ठहरा रहे हैं। पुलिस और कानून व्यवस्था से नाराज लोगों ने प्रशासन को भी खरी-खोटी सुनाई है |
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार की देर रात मुजफ्फरपुर बिहार से गोरखपुर आए दिलशाद के पिता ने कैंट थाने में सेवानिवृत्त फौजी के खिलाफ तहरीर दी थी। कैंट पुलिस ने हत्या की धारा में केस दर्ज करने के बाद पुलिस ने दिलशाद का शव उसके पिता ताहिर को सौंप दिया था। पुलिसवालों के साथ वह शव लेकर बिहार निकल गया। वहीं, शनिवार को पुलिस ने कानूनी कार्रवाई पूरी कर आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया |
ये था मामला
दीवानी कचहरी के बाहर पार्किंग में शुक्रवार को बिहार के मुजफ्फरपुर निवासी दिलशाद की गोली मारकर हत्या कर दी गई था। तत्काल स्टैंड कर्मचारी की मदद से पुलिस ने हत्यारोपी सेवानिवृत्त फौजी को गिरफ्तार कर लिया था। पूछताछ में पता चला था कि बड़हलगंज इलाके के रहने वाले सेवानिवृत्त फौजी की नाबालिग बेटी से दिलशाद ने दुष्कर्म किया था |
पुलिस ने हत्यारोपी के पास से लाइसेंसी पिस्टल भी बरामद कर लिया था। शुक्रवार की रात में ही पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया था। पोस्टर्माटम में पता चला कि दिलशाद के सिर में ही दो गाली मारी गई थी। मौके से पुलिस ने दो खोखा भी बरामद किया था। हत्या के बाद आरोपी पिता ने जब यह तस्दीक कर लिया था कि दिलशाद की मौत हो गई, उसके बाद ही वहां से वह निकला था। आंबेडकर चौक से आगे पकड़ा गया था |
हत्यारोपी सेवानिवृत्त फौजी को पकड़ने वाले सम्मानित
हत्यारोपी सेवानिवृत्त फौजी को पकड़ने वाले वाहन स्टैंड के कर्मचारी व पुलिस कर्मियों को शनिवार को एडीजी अखिल कुमार ने सम्मानित किया | शुक्रवार को दीवानी कचहरी के बाहर पार्किंग में दुष्कर्म अभियुक्त दिलशाद की हत्या की गई थी। घटना के बाद ही आरोपित को पकड़ लिया गया था |
जानकारी के मुताबिक, हत्या के बाद हाथ में पिस्टल लिए आरोपित को पकड़ना इतना आसान नहीं था। ऐसे में कचहरी के पार्किंग स्टैंड कर्मचारी कन्हैया की मदद से पुलिस ने पकड़ा था। शनिवार को एडीजी जोन अखिल कुमार ने साइकिल स्टैंड के कर्मचारी कन्हैयालाल गौड़, आंबेडकर चौराहे पर ट्रैफिक ड्यूटी में मौजूद हेड कांस्टेबल विनोद कुमार, होमगार्ड सुरेश चौरसिया और पीआरडी राजू यादव को जोन कार्यालय में बुलाया और प्रशस्ति-पत्र देकर उन्हें सम्मानित किया | एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने शुक्रवार को ही इन्हें सम्मानित करने का फैसला लिया था। वह भी प्रशस्ती पत्र देंगे |