कोरबा। नान गोदामों से राशन दुकानों में वितरण के लिए भेजे जाने वाले चांवल की गुणवत्ता को लेकर समाचार पत्रों में छप रही नकारात्मक खबरों पर संज्ञान लेते हुए कलेक्टर श्रीमती साहू ने कड़ा रूख अख्तियार किया है। कलेक्टर ने नान गोदामों में जमा किए गए गुणवत्ताहीन चांवल को संबंधित राईस मिलर्स को वापस करने और उसके बदले बराबर मात्रा का गुणवत्तायुक्त अच्छा चांवल जमा कराने के निर्देश खाद्य अधिकारियों को दिए हैं। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने कल ही राईस मिलरों द्वारा नान गोदामों में जमा कराए गए चांवल की गुणवत्ता जांचने के लिए परीक्षण समिति बनाई है। पांच सदस्यीय यह समिति छत्तीसगढ़ वेयर हाउस कॉर्पोरेशन के कोरबा, कटघोरा और पाली के गोदामों में उपलब्ध चांवल का गुणवत्ता परीक्षण करेगी। राशन दुकानों में चांवल भेजे जाने से पहले नागरिक आपूर्ति निगम के तकनीकी सहायक और गोदाम प्रभारी की मौजूदगी में चांवल की गुणवत्ता जांची जाएगी। इस दौरान जांच प्रक्रिया की पूरी वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। परीक्षण के बाद अमानक पाए गए स्टैक और बोरों की गणना कर संबंधित राईस मिलरों का नाम दर्ज किया जाएगा। गुणवत्ताहीन खराब चांवल मिलने पर संबंधित राईस मिलर को पूरा स्टैक वापस किया जाएगा और राईस मिलर को खराब स्टैक के बदले बराबर मात्रा का गुणवत्ता युक्त अच्छा चांवल नान गोदाम में जमा कराना होगा। इस संबंध में कलेक्टर ने जिला खाद्य अधिकारी को रिपोर्ट प्रस्तुत करने और दिए गए निर्देशों का पालन सुनिश्चित कराने को भी कहा है।
- ← मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हुए चिंताग्रस्त, कलेक्टरों को सुनाया फरमान, तैयारियों के निर्देश
- 26 जनवरी से BPL वालों को 25 रुपये सस्ता मिलेगा पेट्रोल-डीजल →