नई दिल्ली। क्या आप भी हैं अयोध्या नगरी के बाशिंदे? अगर हां…तो फिर झुमिए, नाचिए, गाइए, मुस्कुराइए और वो सब कुछ कीजिए, जो आप अब तक अपनी खुशी का इजहार करने के लिए करते हुए आए हैं। वो इसलिए क्योंकि अब उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार राम लला की नगरी अयोध्या को राष्ट्रीय पटल के दायरे से बाहर ले जाते हुए अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने में जुट चुकी है। अब तक अयोध्या की पहचान महज राष्ट्रीय परिधि तक ही सीमित थी, लेकिन अब सीएम योगी के इस कदम के बाद इसे अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त होने में भी सहायता होगी। बता दें कि इस दिशा में अपने कदम आगे बढ़ाते हुए योगी सरकार अयोध्या को सभी समुद्री मार्गों से जोड़ने की दिशा में अपने कदम आगे बढ़ा चुकी है।
अतीत के चश्मों से देखे तो बताया जाता है कि हजारों साल पहले अयोध्या की रानी ने जल मार्ग से कोरिया की यात्रा की थी, जिससे साफ जाहिर होता है कि कालांतर में अयोध्या की ख्याति महज राष्ट्रीय नहीं, अपितु अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी थी। जिसकी जींवत साक्षी स्वयं अयोध्या की राजकुमारी रहीं थीं। इसके अलावा कालांतर में कई विलायती राजकुमार और राजकुमारों ने अयोध्या की संस्कृति से रूबरू होने के लिए यहां की यात्रा की थी। लेकिन जिस तरह विदेशी आक्रांताओं इसे अपने कहर का शिकार बनाया, उसने इसके मूल अतीत को खंडित कर दिया, जिसे अब फिर बहाल करने की बीड़ा स्वयं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उठा लिया है। जिस दिशा में अब अयोध्या को अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्रदान करने की दिशा में उक्त कदम उठाया गया है।