रायपुर / बाबा गुरू घासीदास जयंती 18 दिसम्बर मद्य निषेध दिवस के रूप में मनाया जाएगा। संयुक्त संचालक समाज कल्याण ने विभिन्न विभागों, विश्वविद्यालयों, शैक्षणिक संस्थानों, नगरीय निकायों से कहा है कि वे इस अवसर पर जन सामान्य को मद्यपान के विरूद्ध व्यापक स्तर पर प्रोत्साहित करने के लिए समुदाय एवं भारत माता वाहिनी के सहयोग से वृहद नशामुक्ति रैली का आयोजन, समारोह स्थल पर नशामुक्ति प्रदर्शनी एवं साहित्यों का वितरण, विषय विशेषज्ञो का व्याख्यान, गोष्ठियां, प्रश्नोत्तरी, चित्रकला, गीत, नृत्य, नाटक प्रतियोगिताएं, मद्य निषेध हेतु शपथ एवं संकल्प लिया जाना, नशामुक्त हुए व्यक्तियों का सम्मान, नशामुक्ति के लिए योग की भूमिका पर योग विशेषज्ञों का व्याख्यान एवं योग का प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित किए जा सकते हैं। इसी तरह किसी जन प्रतिनिधि, महिला स्व-सहायता समूह एवं स्वयं सेवा संस्थाओं के प्रयास से यदि व्यापक सीमा में जन सामान्य द्वारा स्वेच्छा से मद्यपान छोड़ा जाता हैं तो संबंधित जन प्रतिनिधि, महिला स्व-सहायता समूह, स्वयं सेवी संस्था को समारोह आयोजित कर 10 हजार रूपये एवं प्रशस्ति पत्र के साथ सम्मानित किया जा सकता है। इस कार्यक्रम का आयोजन भारत सरकार एवं छत्तीसगढ़ शासन, स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण की रोकथाम हेतु जारी दिशा निर्देशों का पालन करते हुए किया जाए।