संजय महिलांग संवाददाता
नवागढ़/बेमेतरा। युवा किसान किशोर राजपूत ने नवाचार करते हुए सुपर सीडर से धान के पराली के खेत में बिछे होने के दौरान बगैर जुताई के गेहूं की बिजाई किया हैं।
किशोर राजपूत ने बताया कि यह मशीन धान के ठूंठ को बीज डालने वाले स्थान के सामने से पैरा को कतरती रहती है और साथ के साथ बीज भी बो ती जाती है। इस मशीन के उपयोग से खेत की जुताई का खर्चा बचने के साथ समय से बिजाई हो पाती है। जमीन की नमी भी इस प्रक्रिया को अपनाने से बनी रहती है। अंकुरण बेहद अच्छा होता है।
सुपर सीड़र से बुवाई करने का सबसे अहम लाभ खेत में खरपतवार न उगने, फसल को कम्पोस्ट खाद मिलने तथा उत्पादन बढ़ने के रूप में सामने आत हैं। आधुनिक उपकरण द्वारा धान की पराली के प्रबंधन का इससे अच्छा कोई दूसरा माध्यम वर्तमान में हो ही नहीं सकता। इस मशीन को रोटावेटर चलने लायक अश्व शक्ति वाले किसी भी कंपनी के ट्रक्टर से चलाया जा सकता है। धान उत्पादक जिला बेमेतरा में पराली प्रबंधन करने के लिए अच्छा विकल्प हैं इस मशीन को खरीदने के लिए अनुदान की व्यवस्था हर राज्य में है। केन्द्र सरकार के सहयोग से संचालित इस योजना का लाभ किसान व्यक्तिगत एवं समूह बनाकर ले सकते हैं। सरकार की ओर से किसानों को आर्थिक मदद भी प्रदान की जाती है।