मलयाली फिल्मों के निर्देशक अली अकबर ने मुस्लिम धर्म छोड़ने का एलान किया है और बताया है कि वह जल्द ही हिंदू धर्म को अपनी पत्नी के साथ अपना लेंगे। निर्देशक ने फेसबुक लाइव में आकर कहा कि वे इस्लाम का परित्याग कर रहे हैं।
सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत 13 जवानों की वीरगति ने पूरे देश को गम में डाल दिया है। एक तरफ देशभर में सभी लोग उन्हें अपने तरीके से सम्मान देने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन दूसरी तरफ कुछ कट्टर इस्लामी लोग देश के असली हीरो को निशाना बना रहे हैं, जिससे फिल्म निर्देशक अली अकबर काफी निराश हो गए।
बीते दिनों अली अकबर ने बिपिन रावत की वीरगति का लाइव वीडियो बनाया था, जिस पर कुछ कट्टरपंथी लोगों ने हंसने वाला इमोजी लगाया था। इस दौरान इन लोगों ने सीडीएस रावत का मजाक उड़ाने की कोशिश की थी।
लोगों के इसी रवैये से अली अकबर की भावनाएं आहत हुई हैं। उन्होंने फेसबुक लाइव में आकर इस बारे में बात की। बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देते हुए अली अकबर ने कहा, ‘इस बात को कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता है और इसलिए मैं अपना धर्म छोड़ रहा हूं। मेरे और मेरे परिवार का कोई धर्म नहीं है।
निर्देशक ने कहा, ‘इस्लाम के सबसे ऊंचे धर्मगुरुओं और नेताओं ने भी देशद्रोहियों के इस तरह के कार्यों का विरोध नहीं किया है, जिन्होंने एक बहादुर सैन्य अधिकारी का अपमान किया है और वह इसी चीज को स्वीकार नहीं कर सकते हैं। उनका अब धर्म से विश्वास उठ गया है।` इसके आगे उन्होंने कहा कि आज मैं जन्म से मिले एक कपड़े को फेंक रहा हूं।
आज से मैं मुसलमान नहीं हूं। मैं सिर्फ भारत का नागरिक हूं। मेरा ये फैसला उन लोगों को जवाब है, जिन्होंने भारत के खिलाफ इमोजी पोस्ट किए थे।` अली अकबर ने अपने इस फेसबुक लाइफ में मुस्लिम यूजर्स को जमकर फटकार भी लगाई, जो बिपिन रावत के लिए गलत भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे। वहीं, अब कुछ लोग अली अकबर की जमकर तारीफ कर रहे हैं।बता दें कि अली अकबर बिपिन रावत की मौत के बाद अपने फेसबुक अकाउंट से लाइव आए थे, लेकिन फेसबुक की तरफ से उनके अकाउंट को सस्पेंड कर दिया। इस दौरान फेसबुक की तरफ से उनके पोस्ट को नस्लीय बताया गया था। हालांकि, निर्माता का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसी वजह से अली अकबर ने अपना नया अकाउंट बनाया और सीडीएस की मौत पर मुस्कुराने वालों को दंडित करने की बात कही है।