नारायणपुर:-जिले के ग्राम पंचायत गढ़बेंगाल के हजारों ग्रामीणों ने कलेक्टर कार्यालय का घेराव कर नारायणपुर कलेक्टर को ज्ञापन सौपा और मांग की गई अवैधानिक रजिस्ट्री को निरस्त किया जाये।
बता दें कि ग्राम पंचायत गढ़बेंगाल में खसरा नंबर 67/2 रकबा 0.8090 हेक्टेयर भूमि को 20 सूत्रीय कार्यक्रम के अंतर्गत विनय मजूमदार पिता जोगेन्दर को औषधि रोपण के लिए दिया गया था उक्त भूमि में किसी भी प्रकार का कृषि या रोपण कार्य गत 30-35 साल से नही किया गया है उक्त भूमि को ग्राम पंचायत गढ़बेंगाल द्वारा दिनांक 2-10-19 को ग्राम सभा से प्रस्ताव पारित कर उक्त भूमि का आवंटन निरस्त करके खेल मैदान बनाया जाये।
ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम सभा के प्रस्ताव की अवहेलना करके तत्कालीन कलेक्टर द्वारा उक्त भूमि को दिनांक 28-05-20 को अपने आदेश में विक्रय करने की अनुमति दे दी।
जैसे ही ग्रामीणों को इसकी सूचना मिली ग्राम पंचायत द्वारा उक्त भूमि का पंजीयन न करने के लिए तत्कालीन तहसीलदार को ज्ञापन दिया गया। परंतु ग्राम पंचायत की मांग को बिना सुनवाई किये विवादित भूमि का पंजीयन कर दिया गया। जबकि कलेक्टर के विक्रय आदेश में अंतिम पैरा के कंडिका 4 में स्प्ष्ट लिखा हुआ है कि ग्राम पंचायत को आपत्ति हो तो भूमि शासन को निहित हो जायेगी। इस प्रकार तत्कालीन तहसीलदार द्वारा ग्राम सभा एवं कलेक्टर के आदेश का अवहेलना किया गया है। ग्राम पंचायत द्वारा लगातार इस अवैधानिक रजिस्ट्री को निरस्त करने का आवेदन किया जा रहा है। परंतु आज पर्यन्त तक हमारी मांगो पर कोई कार्यवाही नही हुई है। यह अंतिम बार है कि सभी ग्रामीण कलेक्टर कार्यालय का घेराव कर रहे है इसके बावजूद हमारी मांग पूरी नही होती है तो उग्र आंदोलन किया जायेगा जिसकी सम्पूर्ण जवाबदेही प्रशासन की होगी।
तत्कालीन कलेक्टर द्वारा भ्रष्टाचार करके भूमि को विक्रय किया गया है जो सरासर गलत है। उक्त भूमि को ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित कर मैदान के लिए आवंटित किया जा चुका था उस भूमि को करोड़ों रुपये का भ्रष्टाचार करके विक्रय कर दिया गया है। हम सभी ग्रामवासी इस रजिस्ट्री को निरस्त करने की मांग करते है। अगर हमारी मांग को पूरा नही किया जायेगा तो उग्र आंदोलन करने के लिए सभी ग्रामीण बाध्य होंगे।