दंतेवाड़ा: जिले के सफाई कर्मचारियों ने मांगों को मनवाने के लिए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का मन बना लिया है। पिछले सरकार के समय से चली आ रही इनकी मांगों को चुनाव के समय वर्तमान सरकार ने मदद का आश्वासन दिया था, लेकिन आज तक उनकी मांगें नहीं मानी गई है।
कर्मचारियों का कहना है कि वह अपनी जान जोखिम में डालकर कोविड काल में सेवाएं देती रही। लेकिन जब वादा निभाने का वक्त आया तो उन्हें सरकार ने झुनझुना पकड़ा दिया। आर्थिक हालात से जूझते ये कर्मी 24 घंटे सेवा करते रहे। लेकिन सरकारी स्तर पर इन कर्मियों का कभी भी ख्याल नहीं रखा गया।
सफाई कर्मचारियों का कहना है कि इनकी सुनने वाला कोई नहीं है। स्वीपर, सफाई से शुरू होकर डाटा एंट्री ऑपरेटर, वार्ड बॉय, आया, धोबी, प्लम्बर सहित पूरा ढांचा ही इनके कंधे पर है। सरकार ने सिर्फ उन्हें झूठा आश्वासन ही दिया है