बस्तर। भगवन से भी बढ़कर मानते है डॉक्टर को पर बहुत से डॉक्टर लापरवाही बरते है बता दे की ऐसे ही एक मामला सामने आया है। की डिलवरी के दौरान लापरवाही का आरोप है परिजनों ने आरोप लगाया है कि लागू नर्सिंग होम में डॉक्टर स्टाफ की लापरवाही के चलते पेट में ही बच्चे की मौत हो गई और 12 घंटे से ज्यादा वक्त तक मरीज के पेट से बच्चे को नहीं निकाला गया था.
जिस वजह से मरीज में इंफेक्शन का खतरा बना हुआ था. वहीं परिजन आरोप लगा रहे हैं कि डॉक्टर और स्टाफ मरीज को हाथ भी नहीं लगा रहे हैं उनका कहना है कि पहले ही स्टाफ की लापरवाही के चलते बच्चे की मौत हो गई है, वहीं दूसरी तरफ गंभीर हालत में भर्ती मरीज की जान लेने में भी हॉस्पिटल प्रबंधन तुले हुए है. हालांकि परिजनों के हंगामें के बाद मृत बच्चे को गर्भ से निकाल लिया गया है.
शहर के प्रतापगंज पारा निवासी पंकज साव ने बताया कि उनकी पत्नी गर्भवती होने के बाद लगातार पिछले 6 महीनों से लागू नर्सिंग होम में उनकी पत्नी का चेकअप चल रहा था और इस दौरान डॉक्टर के द्वारा चेकअप के नाम पर हर बार 25 से 30 हजार रुपये वसूली जा रही थी
जब उनकी पत्नी 6 महीने की गर्भवती हुई तब भी डॉक्टर के द्वारा मां और बच्चा दोनों स्वस्थ होने की बात कही गयी थी, डिलीवरी के 1 दिन पहले तक बच्चा स्वस्थ होने की बात कहते हुए डिलीवरी शुरू की गई और एन वक्त पर सीजर ऑपरेशन करने की बात डॉक्टर के द्वारा कही गई और इसके लिए वे भी राजी हो गए, लेकिन सुबह 8 बजे डॉक्टर ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया और इसकी वजह बच्चे का काफी कमजोर होना बताया.