नई दिल्ली। अयोध्या में बाबरी मस्जिद विध्वंस की 30वीं बरसी के मद्देनजर सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। प्रशासन ने छह दिसंबर को होने वाली किसी भी घटना पर नजर रखने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय में विशेष नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है। अयोध्या मंदिर शहर और जिले को कई सुरक्षा क्षेत्रों में विभाजित किया गया है और संवेदनशील बिंदुओं पर बलों को तैनात किया गया है। सभी मजिस्ट्रेटों को अयोध्या और फैजाबाद के जुड़वां शहरों में सभी छोटी और बड़ी घटनाओं पर चौबीसों घंटे निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है। अयोध्या में मुस्लिम समुदाय, जो मस्जिद के विध्वंस की हर बरसी पर ‘काला दिवस’ मनाता था, इस बार उसने ऐसा नहीं करने का फैसला किया है।
एक मुस्लिम नेता और अयोध्या नगरसेवक हाजी असद अहमद ने कहा, “अब अयोध्या के फैसले के बाद, जिसने राम मंदिर के लिए बाबरी मस्जिद की जमीन दी है, हम अपने हिंदू भाइयों और बहनों के साथ सद्भाव और भाईचारे का माहौल बनाना चाहते हैं, इसलिए हमने फैसला किया इस बार ऐसा कोई कार्यक्रम नहीं करने के लिए, लेकिन, अयोध्या और फैजाबाद की सभी मस्जिदों में पवित्र कुरान का पाठ होगा और हम ईश्वर से शांति और भाईचारे की प्रार्थना करेंगे।”
इस बीच, अयोध्या पुलिस मंदिर शहर में नियमित रूप से मॉक ड्रिल कर रही है और विशेष सशस्त्र दस्ते सुरक्षा व्यवस्था की हर खामियों को दूर करने के लिए सुरक्षा अभ्यास कर रहे हैं। अयोध्या के एसएसपी शैलेश पांडे ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “हम किसी भी दिन किसी भी तरह की सुरक्षा आपात स्थिति के लिए सतर्क हैं और हम अपने बलों को सतर्क रखने के लिए समय-समय पर सुरक्षा अभ्यास करते हैं। हालांकि, हम 6 दिसंबर को ध्यान में रखते हुए असाधारण रूप से सतर्क हैं।”