बिलासपुर। परसदा स्थित एक कोल डिपो के कर्मचारियों के बीच उस समय हड़कंप मच गया जब उनकी नजर सात फीट लंबे अजगर पर पड़ी। वह पूरी तरह डर गए। इस पर उन्होंने छतौना के दो युवकों को सूचना देकर रेस्क्यू करने के लिए मदद मांगी। करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद अजगर को सुरक्षित पकड़ लिया गया। इसके बाद उसे जंगल में छोड़ा गया।
डिपो में एक्सीवेटर से लोडिंग किया जा रहा था। तब एक्सीवेटर चला रहे चालक की नजर अजगर पर पड़ी। कोयले के कारण अजगर पूरी तरह काला हो गया था। वह घबरा गया। इसके जानकारी अन्य कर्मचारियों को दी। जिसके बाद वहां भीड़ लग गई। अजगर हाइवा या एक्सीवेटर की चपेट में न आ जाए या किसी को नुकसान न पहुंचा दे, इसी डर से उन्होंने छतौना के प्रहलाद यादव और मुकुल कौशिक से मदद मांगी।
दोनों युवक सांप पकड़ने परिपक्व है। पहले भी वे हर तरह के सांपों का रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ चुके हैं। बिना किसी आर्थिक लाभ के केवल मदद करते हैं। डिपो से छतौना दूर है इसलिए सूचना मिलने के बाद मौके तक पहुंचने पर करीब एक घंटे लग गए। जबकि युवक पहुंचे तो अजगर पत्थर व कोयला के नीचे घुस चुका था।
यही वजह है कि उन्हें अजगर को बाहर निकालकर पकड़ने में करीब तीन घंटे लग गए। पूरी सावधानी बरतते हुए जब अजगर को सुरक्षित पकड़ लिया गया। इसके बाद डिपो के कर्मचारियों ने राहत की सांस ली। साथ ही युवक को उसे लेकर पास के जंगल में छोड़े। युवकों का कहना है कि सही समय पर नजर पड़ गई इसलिए अजगर सुरक्षित है।