नारायणपुर: आजादी के बाद अब जाकर अबूझमाड़ के लोगों को इंटरनेट की सुविधा मिली है। देश-दुनिया की आधुनिकता से कोसों दूर माड़ के बासिंदे अब दुनिया को बूझने लगे हैं। आजाद भारत के अनसर्वेड अबूझमाड़ ब्लाक मुख्यालय में वीडियो कॉलिंग की सुविधा मिल रही है। कई दशकों बाद जिला मुख्यालय से 65 किमी दूर ओरछा तक ऑप्टिकल फाइबर के तार पहुंच जाने से माड़ की तस्वीर बदल रही है। युवाओं को प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में दिक्कतें नहीं हो रही है। इंटरनेट की सुविधाएं मिलने से अबूझमाड़ियों में भारी उत्साह दिख रहा है। महिलाएं और युवतियां अब इंटरनेट मीडिया से जुड़कर संवाद कर रही हैं। नक्सल हिंसा से ग्रसित अबूझमाड़ में इंटरनेट की सुविधा बीएसएनएल द्वारा शुरू की गई है। अहम बात यह है कि पब्लिक डाटा ऑफिस सर्विस (पीडीओ) की शुरुआत छत्तीसगढ़ में बीएसएनल द्वारा अबूझमाड़ से की गई है। जिसकी सुविधा बहुत ही कम दर में देश की विशेष पिछड़ी जनजाति के लोगों के साथ सरकारी कर्मचारियों और व्यापारियों को मिल रही है।
जवानों को मिली तनाव से मुक्ति
नक्सल मोर्चे पर तैनात फोर्स के जवान भी अब परिजनों से वीडियो कॉलिंग कर बात कर रहे हैं। इससे परिजनों के साथ जवानों को बड़ी राहत मिल रही है। परिवार से दूर रहने का मलाल अब जवानों में नहीं दिख रहा है। जिससे जवान तनावमुक्त हो रहे हैं। मेट्रो सिटी की तर्ज पर इंटरनेट की सुविधा अबूझमाड़ के लोगों को मिल रही है।
जिला मुख्यालय नहीं जाना पड़ेगा
माड़ के लोगों को ओरछा ब्लॉक मुख्यालय में संचालित विभिन्न विभागों के दफ्तरों को जिला मुख्यालय शिफ्ट कर दिया गया था। जिसे अब वापस ओरछा लौटाया जा रहा है। अबूझमाड़ विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष कमली लेकामी कहती हैं कि इंटरनेट की वजह से ब्लाक के सभी कार्य नारायणपुर में होते थे। अधिकारी भी बहाना बनाकर ओरछा से गायब रहते थे। अब अधिकारियों और कर्मचारियों को मुख्यालय में रहना पड़ेगा। जिससे लोगों के रुके हुए काम जल्द पूरे होंगे। सप्ताह में एक दिन आने वाले अधिकारी ज्यादा समय ओरछा में बिताएंगे।