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झरियाबाहरा बैरियर जांच नाका भगवान भरोसे पदस्थ कर्मचारी रहते है हमेंशा नदारत

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  • सीमावर्ती तस्करो पर अंकुश लगाने जांच नाका जरूरी लेकिन विभाग है सुस्त

पुलस्त शर्मा/मैनपुर : उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व तौरेंगा बफर जोन के ग्राम झरियाबाहरा में धमतरी जिला सीमावर्ती होने के कारण वन अपराध पर नियंत्रण चिरान लट्ठा इमारती लकड़ी व वन्य प्राणियों की सुरक्षा के दृष्टिकोण से वर्षो पहले बेरियर खोला गया है। झरियाबाहरा में बकायदा वनोपज जांच नाका बेरियर का निर्माण वन विभाग के द्वारा किए जाने से क्षेत्र के लोगों को बेशकीमती सागौन लकड़ी के अलावा अन्य इमारती लकड़ियों के अवैध तरीके से तस्करी एवं वन अपराध करने वाले अपराधियों तस्करों पर अंकुश लगने की पुरी संभावना जतायी जा रही थी लेकिन दुर्भाग्य है कि वन विभाग के द्वारा वर्षो पहले बेरियर जांच नाका का निर्माण कर यहां बकायदा कर्मचारियों की भी तैनाती किया गया है लेकिन कर्मचारियों का वहां सही समय पर व लगन के साथ ड्यूटी नहीं देने के कारण झरियाबाहरा वनोपज जांच नाका मात्र शोपीस बनकर रह गया है। अगर ऐसा ही करना था तो वन विभाग तौरेगा परिक्षेत्र द्वारा शासकीय राशियों का दुरुपयोग क्यों किया जा रहा है यहां तैनात कर्मचारी अधिकांश समय नदारत रहते है और रात मे यह बेरियर तस्करी करने वालो के लिये किसी खुली छुट जैसा साबित हो रहा है बेधड़क वाहनें आना जाना करती है न ही एकात सीसीटीवी कैमरा वन विभाग द्वारा लगाया गया है समय समय पर इसकी जानकारी वन विभाग को देने के बाद भी यहां तैनात चौकीदार पर कोई कार्यवाही न होना अधिकारी कर्मचारी के सांठगांठ की ओर ईशारा कर रहा है। वहीं राहगीरो का कहना है कि यहां तैनात कर्मचारी शराब के नशे मे धुत रहते है बैरियर खुला होने के कारण कई वनोपज वाहन भी बिना चेकिंग के पार हो जाते है। मिली जानकारी के अनुसार बेरियर व आसपास जमकर शराब खोरी भी जाती है ऐसा लगता है कि वन सुरक्षा के लिये स्थापित किये गये बेरियर शराबखोरी का अड्डा बन गया है जिसके चलते यहां के ग्रामीणों ने सीसीटीवी कैमरा लगाये जाने की मांग किया है। यहां तैनात जांच नाका चौकीदारों का आवास लगे होने के कारण जांच नाका को छोड़ अपने घर में आराम करते रहते है जहां इन चौकीदारो की लापरवाही के चलते जांच नाका अधिकांश समय खुला रहता है। वन विभाग को चाहिए कि उस बैरियर में तैनात लापरवाह चौकीदार पर कार्यवाही करते हुए किसी दूसरे कर्मचारी की तैनाती किया जाये और नाका मे सीसीटीवी लगाया जाये।
क्या कहते है वन परिक्षेत्र अधिकारी 
इस संबंध में जानकारी लेने के लिए वन परिक्षेत्राधिकारी तौरेंगा मिलनराम वर्मा को फोन लगाया गया तो उन्होने बताया कि चौकीदार अनुज डोंगरे झरियाबाहरा नाका मे पदस्थ है सामने मे घर होने के कारण घर आते जाते रहता है अभी फोन लगाकर नाका मे भेज रहा हूं।

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