रायपुर। प्रदेश में कोरोना का संक्रमण कम होने से लोग तो लापरवाह हो ही गये है। प्रशासन भी सुस्त हो गई है। फिर महौल ऐसे हो गया कि सर्दी, खांसी, बुखार जैसे लक्षणों वाले अधिकतर लोग कोरोना जांच नहीं करा रहे हैं। जिन लोगों ने कोरोना जांच कराई भी है वे रिपोर्ट आने से पहले ही बाहर घूम रहे हैं। पॉजिटिव आने के बाद भी होम आइसोलेशन से परहेज कर रहे हैं। यह लापरवाही भारी पड़ सकती हैं। छत्तीसगढ़ में मंगलवार को 24 हजार 30 नमूनों की जांच के बाद कोरोना के 34 नए मामलों की पुष्टि हुई है। इसमें सबसे अधिक 14 लोग राजधानी रायपुर में ही मिले हैं। वही दुर्ग में भी 3 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। रिपोर्ट आने के साथ ही लोगों की लापरवाही भी सामने आई हैं। रायपुर में जिन लोगों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया उनकी कांटेक्ट ट्रेसिंग शुरू हुई। जब कंट्रोल रूम ने फोन लगाना शुरू किया तो अधिकतर का नंबर बंद मिले। और एक ने फोन रिसीव किया तो बताया वह अपने दुकान में है। कंट्रोल रूम से कहा गया, आपकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अब आप घर जाकर एक कमरे में खुद को आइसोलेट कर लें तो उस व्यक्ति ने कहा, अभी तो वह ग्राहकों को कपड़े दिखा रहा है। अभी कहीं नहीं जा सकता। ऐसे जवाब सुनकर कंट्रोल रूम भी हैरान है। यह भी सामने आया है कि बहुत से लोग होम आइसोलेशन में होने के बावजूद बाहर घूम रहे हैं।
इन जिलों में कोई नया केस नहीं
मंगलवार को प्रदेश के 17 जिलों में कोरोना को कोई नया मामला सामने नहीं आया है। इनमें राजनांदगांव, बालोद, बेमेतरा, कबीरधाम, बलौदा बाजार, गरियाबंद, जांजगीर-चांपा, मुंगेली, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही, सरगुजा, कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर, कोण्डागांव, सुकमा, नारायणपुर और बीजापुर का नाम शामिल है। महासमुंद, कोरबा, जशपुर, बस्तर, दंतेवाड़ा और कांकेर में एक-एक केस मिला। वही विदेश मंत्रालय की सूची के मुताबिक ये यात्री अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, स्विटजरलैंड, नीदरलैंड जैसे देशों से आये हैं। सबसे अधिक 78 लोग रायपुर पहुंचे हैं।