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धनकुबेर CDPO के ठिकानों पर एसवीयू का छापा, कमाई से 51 लाख ज्यादा संपत्ति, 4 लाख कैश व 32 लाख के गहने बरामद

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बिहार : की धनकुबेर CDPO के ठिकानों पर एसवीयू का छापा, कमाई से 51 लाख ज्यादा संपत्ति, 4 लाख कैश व 32 लाख के गहने बरामद
आय से अधिक संपत्ति के मामले में धनरूआ की बाल विकास परियोजना पदाधिकारी (सीडीपीओ) ज्योति कुमारी के ठिकानों पर मंगलवार को विशेष निगरानी इकाई ने छापेमारी की। पटना के आसपीएस मोड़ के पास स्थित फ्लैट की तलाशी में 4 लाख रुपए नगद के अलावा लाखों के जेवरात मिले हैं। सीडीपीओ पर आय से 51.36 लाख रुपए अधिक की संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। दिलचस्प है कि ज्योति कुमारी की नौकरी वर्ष 2008 में लगी है और 13 साल में ही उन्होंने कई संपत्तियां अर्जित कर ली।

32 लाख के जेवरात बरामद
एसवीयू के मुताबिक 22 नवम्बर को सीडीपीओ ज्योति कुमारी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया। अदालत से तलाशी वारंट लेने के बाद आज रूपसपुर थाना अंतर्गत आरपीएस मोड़ के पास स्थित फ्लैट की तलाशी ली गई। इस दौरान घर से 4 लाख नगद के अलावा 32 लाख के जेवरात मिले। साथ ही कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी हाथ लगे हैं। आईसीआईसीआई बैंक में एक लॉकर का भी पता चला है जिसे फ्रीज करने की कार्रवाई की गई है। ब्रेजा और स्वीफ्ट गाड़ियों के भी कागजात जांच अधिकारियों के हाथ लगे।

फ्लैट की सजावट पर लाखों का खर्च
एसवीयू के अनुसार ज्योति कुमारी ने पटना के अलावा भागलपुर में भी फ्लैट खरीद रखा है। भागलपुर वाले फ्लैट की कीमत करीब 25 लाख है। वहीं पटना के आरपीएस मोड़ स्थित जेनेक्स अपार्टमेंट के फ्लैट की अनुमानित कीमत 70 लाख है। इसके अलावा फ्लैट की सजावट पर भारी-भरकम रुपए खर्च किए गए हैं। फ्लैट में तमाम आधुनिक सुविधाएं होने के साथ इसे भव्य रूप देने के लिए इंटेरियर डेकोरेशन में लाखों रुपए खर्च करने का अनुमान है। फ्लैट की साज-सजावट पर किए गए खर्च का अलग से आकलन किया जाएगा। भागलपुर के तारापुर में भी करीब 10 लाख रुपए की जमीन है। पटना के ही एक अन्य अपार्टमेंट में फ्लैट होने की बात सामने आई है पर वह बंद थी। उस फ्लैट को लेकर छानबीन की जाएगी कि वह ज्योति कुमार का है या नहीं।

रियल स्टेट में निवेश के प्रमाण मिले
एसवीयू के मुताबिक सीडीपीओ ज्योति कुमारी के यहां तलाशी में कई दस्तावेज मिले है। बैंक, फिक्स डिपोजिट, जीवन बीमा के साथ रियल स्टेट समेत अन्य जगहों पर निवेश के प्रमाण मिले हैं। बरामद दस्तावेजों की छानबीन हो रही है और एसवीयू को उम्मीद है कि जांच में कई और चल-अलच संपत्तियों की जानकारी मिल सकती है।

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