रायपुर : सुश्री अनुसूइया उइके, राज्यपाल ने आर एन गुप्ता ,पूर्व इंजीनियर इन चीफ़ द्वारा लिखित पुस्तक “छत्तीसगाड़िया संस्कृति मे तालाब” का विमोचन किया। ओम प्रकाश अग्रवाल ने लेखक परिचय दिया। पुस्तक में छत्तीसगढ़ की सभ्यता का विकास तालाबों के इर्द गिर्द हुआ है जबकि मुख्य सभ्य्तावों का विकास नदियों पर आधारित रहा है। रामनामी समाज और गोंड समुदाय का तालाबों के निर्माण मे विशेष योग दान रहा है। लेखक छत्तीसगढ़ के 19744 ग्राम मे वर्ष 1960 के पूर्व के 48400 तालाब है जिन्हे तालाबों के नाम से मोहल्ले और शहर नाम हो गये। पुस्तक मे तालाबों की जल भण्डारण क्षमता ,विद्यमान मन्दिर और वृक्षों का उल्लेल्ह है।पुस्तक मे राज्य तालाबों से जल सरक्षण के साथ साथ निस्तार,सिचाई,मछली पालन,सिंघाडा ,कमल आदि की खेती एवम मछली पालन होता है। राज्य पाल ने गुप्ता द्वारा छिन्दवादा मे किये गये कार्यों का उल्लेख कहा कि आज की परिस्थिति मे ग्लोबल वार्मिंग के पारिपेक्ष्य मे यह पुस्यक अत्यंत उपयोगी है। सुश्री उइके ने गुप्ता की सराहना करते हुये शुभकामनायें दी।ओम्ं प्रकाश अग्रवाल ने पर्यावरण पर आधारित एक पुस्तक भेट किया और उनके फ़ार्म मे अर्बन फॉरेस्ट आने हेतू आग्रह किया। विमोचन के समय पत्नी सरिता गुप्ता,मुक्ता गुप्ता ,उनके स्कूल के सहपाठी गण,विधायक डाक्टर प्रीतम ,जिला पन्चायत अध्यक्ष मधु सिंह और कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। संचालन ओम प्रकाश अग्रवाल ने किया।
सुश्री अनुसूइया उइके, राज्यपाल ने आर एन गुप्ता ,पूर्व इंजीनियर इन चीफ़ द्वारा लिखित पुस्तक “छत्तीसगाड़िया संस्कृति मे तालाब” का विमोचन किया
