प्रकाश नाग/केशकाल : केशकाल विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पेंड्रावन के झिटकु-मिटकी की अमर प्रेमगाथा पर निर्देशक राजा खान के द्वारा सत्य घटना पर आधारित इस कहानी को लेकर एक फिल्म का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें अभिनेता के रूप में स्थानीय युवा लालजी कोर्राम और अभिनेत्री के रूप में लवली अहमद जी नजर आएंगी। सोमवार की सुबह पेंड्रावन स्थित सती माता के मंदिर प्रांगण में केशकाल विधायक एवं बस्तर आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष संतराम नेताम समेत स्थानीय जनप्रतिनिधियों व गणमान्य ग्रामीणों की मौजूदगी में की मौजूदगी में इस फ़िल्म की शूटिंग का शुभारंभ किया गया। अब छत्तीसगढ़ के साथ साथ पूरे देश और विश्व मे भी झिटकु-मिटकी की प्रेम कहानी मशहूर होगी।
उल्लेखनीय है कि कोंडागांव जिला के बडेराजपुर ब्लॉक के ग्राम पेंड्रावन में झिटकु-मिटकी की जोड़े बस्तर में देवी देवताओं की तरह पूजा जाता है। इन्हें प्रेम के देवी-देवता की तरह पूजा जाता है। यहां के युवा इनकी कसमें खाते हैं। मान्यता है कि इनकी पूजा करने से प्यार अधूरा नहीं रहता। लिहाजा हर बस्तरिया युवा-युवती इनकी पूजा करते हैं ताकि इनका भी प्रेम अमर रहे । सदियों बाद आज के आधुनिक युग में झिटकू-मिटकी की ख्याति बस्तर के सुदूर गांवों से देश की राजधानी तक भी फैल चुकी है।
इस दौरान विधायक संतराम नेताम ने कहा कि ‘झिटकु- मिटकी अमर प्रेमगाथा’ फ़िल्म की पूरी टीम को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। आशा करता हूँ कि आदिवासी संस्कृति और प्रेम कहानी से सम्बंधित यह फ़िल्म बड़े पर्दे पर सुपरहिट होगी। जिससे छत्तीसगढ़ के साथ साथ पूरे देश और विश्व मे भी झिटकु-मिटकी की प्रेम कहानी मशहूर होगी आज फ़िल्म का शुभारंभ किया गया है। मैं आशा करता हूँ कि यह फ़िल्म सुपरहिट होगी, मेरी ओर से पूरी टीम को अग्रिम शुभकामनाएं।
स्थानीय निवासी अंजोरी नेताम ने बताया कि 3 सौ साल से भी अभी पुरानी कहानी है झिटकु मिटकी को केवल बस्तर आर्ट्स अथवा हस्तशिल्प के रूप में लोगों ने देखा था, लेकिन उन्हें ये नही पता था कि यह कौन हैं। इतने वर्षोँ पेंड्रावनी माता का मन्दिर यहां विराजित है। जिसका दर्शन करने और मन्नत मांगने के लिए सैकड़ों श्रद्धालू आते हैं। भविष्य में जब फ़िल्म के माध्यम से इस मंदिर को और भी लोग जानेंगे, तो यह हमारे लिए सौभाग्य की बात होगी।
स्थानीय युवा एवं फ़िल्म के प्रोड्यूसर जगत मरकाम ने बताया कि फ़िल्म निर्देशक राजा खान और उनकी टीम के द्वारा हमारे गांव के झिटकु मिटकी पेंड्रावनी मन्दिर की कहानी पर फ़िल्म बनने जा रही है यह हमारे लिए हर्ष का विषय है। पेंड्रावनी माता को अब तक सिर्फ देवी, सती माता एवं धन की देवी के रूप में पहचाना जाता है, जबकी उनका मुख्य नाम मिटकी था। लेकिन इस फ़िल्म के माध्यम से मिटकी के जीवन मे हुई घटनाओं और प्यार में दी गयी कुर्बानियों को जब लोग जानेंगे तो निश्चित रूप से इस मंदिर का महत्व और भी बढ़ेगा। पेंड्रावनी माता की छत्तीसगढ़ के साथ साथ ओड़िसा राज्य में भी पूजा की जाती है।