■ आनंद नेताम तहसीलदार के इस कार्यवाही से रेत तस्करों में मचा हड़कंप कई रेतस्कर भागे ट्रैक्टर छोड़कर
■ शासकीय कार्य में बाधा डालने के कारण उपसरपंच के रिश्तेदार के खिलाफ पृथक से कार्यवाही की जाएगी : नेताम
अक्कू रिजवी/कांकेर : काँकेर तथा आसपास का क्षेत्र जहां भी नदी तथा नाले हैं ,रेत तस्करों के लिए खुला खजाना बनता जा रहा है। जहां हर रात रेत की कई ट्रैक्टरों तथा गाड़ियों की फेरी लगती रहती है । यह नज़ारा कोई भी देख सकता है लेकिन न जाने क्यों खनिज विभाग को यह दिखाई नहीं देता है और यदि खनिज विभाग को कोई खबर पहुंचाता भी है तो वहां के कर्मचारी इतनी अधिक देर से आते हैं , तब तक तस्करी की रेत नज़दीकी शहरों तक पहुंच जाती है । इसे खनिज विभाग की सुस्ती कहा जाए अथवा भ्रष्टाचार…?तस्करों को जिला प्रशासन का थोड़ा भी भय नहीं रह गया है। खनिज विभाग के कर्मचारियों के साथ बदतमीजी करते हुए रेत से भरे पकड़े गये ट्रेक्टर को खनिज विभाग के एक सिपाही के सामने तस्कर का आदमी खाली कर रहा है और धमका भी रहा है कि जो करना है कर लो । यह मामला कोदाभाट का है , जहाँ की नदी से हर रोज़ करीब 20 से 30 ट्रेक्टरों से रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है , बताया जा रहा है कि कोदाभाट के उपसरपंच द्वारा यह अवैध रेत उत्खनन करवाया जा रहा है और जब भी इस पर कार्यवाही की जाती है , तो वह गांव के काम के लिए निकाल रहे है, ऐसा कहकर खनिज विभाग को चकमा देने की कोशिश करता है। हद तो तब हो गई , जब आज कांकेर तहसीलदार आनंद नेताम व उनकी टीम द्वारा सुबह कार्यवाही करते हुए कोदाभाट से ट्रेक्टर को , जो रेत की अवैध उत्खनन में लगा था , जिसको पकड़ा गया व खनिज विभाग के एक सिपाही के सुपुर्द कर तहसीलदार महोदय अन्य दूसरे जगह के लिए निकल गये, जिसके बाद वहां का उप सरपंच रेत से भरे ट्रेक्टर को अपने घर के पास ज़बर्दस्ती खाली कर दिया । खनिज विभाग का का थोड़ा भी भय उसे नहीं था और न ही अपनी गलती का कोई पछतावा…? ऐसे तस्करों के कारण ही आस – पास की खनिज संपदाओं को धड़ल्ले से लूटा जा रहा है और उचित कार्यवाही नहीं होने के चलते इनके हौसले और भी बुलन्द होते जा रहे हैं , जिनपर समय रहते प्रशासन का डंडा नहीं चला, तो ये और भी बेलगाम होते जाएंगे। तस्करों की इन हरकतों से न केवल शासकीय खजाने पर डाका पड़ रहा है बल्कि कांकेर उत्तर बस्तर का पर्यावरण भी बर्बाद हो रहा है। इस संबंध में तहसीलदार महोदय से इस प्रतिनिधि ने जब चर्चा की तो उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा क तस्करी के लिए ज़िम्मेदार व्यक्ति चाहे वह नागरिक हो या सरकारी कर्मचारी , कार्यवाही तो अवश्य होगी।