महेन्द सिंह/गरियाबंद/नवापारा : कला और संस्कृति के अनेक रूप होते है जो कि हमारे महान गौरवशाली परम्परा को जीवंत कर देते है भारत के विभिन्न क्षेत्रो मेें उनकी झलक सतत दिखती है कुछ खास पर्व जैसे दशहरा में मैसूर का दशहरा ,प्रयागराज उत्तर प्रदेश का दशहरा ,बस्तर का दशहरा पर्व ,और स्थानीय स्तर पर गरियाबंद जिले का देवभोग ब्लाक जो उड़ीसा से लगा हुआ है। वहा के ग्राम मुंगझर का दशहरा पर्व बेहद प्रसिद्ध है। जो कि नवरात्रि पर्व से शुरू होकर दशहरा के मुख्य पर्व के तीसरे दिन तक चलता है इस वर्ष दिनांक 7 अक्ट ूबर नवरात्रि से शुरू होकर दिनांक 17 अक्टूबर के मुख्य रावण वध एंव सांस्कृतिक कार्यक्रम दिनांक 18/10/2021 को आंचलिक ग्रामो से पधारे देवी देवता के बिदाई के साथ 12 दिन के कार्यक्रम का भव्य समापन के साक्षी हजारो की संख्या में उपस्थित दर्शक और श्रद्धालू रहते है।
नवरात्रि के प्रथम दिन से कार्यक्रमो की शुरूआत- ग्राम मुंगझर में नवरात्रि के प्रथम दिन 7 अक्टूबर को अति आकर्षक प्रसिद्ध उड़ीसा नाटक का मंचन हुआ , दिनांक 10/10/2021 को उड़ीसा के प्रसिद्ध घुमरा लोकनृत्य कर प्रस्तुतिकरण हुआ जिसमें उड़ीसा के 12 प्रसिद्ध घुमरा नृत्य दल ने भाग लिया इस कार्यक्रम में मैनपुर देवभोग मंे राजनीतिके टाईगर के रूप में प्रसिद्ध ग्राम प्रमुख महेश्वर सिंह कोमर्रा मुख्य अतिथि थें , अध्यक्षता श्रीमती संजू कश्यप सरपंच ग्राम पंचायत मुंगझर थी यहा हजारो दर्शको ने कार्यक्रम का आनंद लिया जिसमं प्रथम स्थान रावणगुड़ा उड़ीसा द्वितीय सारसमाल उड़ीसा , तृतीय बानेर उड़ीसा रहे जिन्हे आकर्षक नगद राशि और स्मृति चिन्ह प्र्रदान किया गया।
दिनांक 13/10/2021 को अंर्तराज्यीय डांस प्रतियोगिता जिसमें प्रथम स्थान अमर ज्योति डांस गु्रप नया रायपुर , द्वितीय किलरब्याज डांस गु्रप बलांगिर उडीसा और तृतीय स्थान , स्व रागिनी डांस गु्रप रतनपुर छ.ग. रहे उक्त कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जनक धु्रव आदिवासी प्रकोष्ट महामंत्री , अध्यक्षता निलाम्बर कश्यप , ने किया । विजेता डांस गु्रप को अतिथियो के द्वारा आर्कषक नगर राशि एंव स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया।
दिनांक 17/10/2021 मुख्य दशहरा उत्सव जिसमें 50 हजार से अधिक की भीड़ ने आकर्षक ग्राम देवी आगमन, राम रावण युद्ध और विभिन्न कार्यक्रमो के साक्षी बने- 12 दिन के कार्यक्रम में बहुप्रतिक्षित मुख्य दशहरा पर्व के बारे में बताते हुये ग्राम के शिक्षक गनपत लाल कश्यप , रतन लाल साहू , मोहित कश्यप ने छ.ग. वॉच ब्युरो प्रमुख महेन्द्र सिंह ठाकुर को बताया कि सुबह 10 बजे देवी पूजन , 12 बजे दशहरा मेला , दोंपहर 2 बजे से विभिन्न ग्रामो से पधारी देवी स्वागत , शाम 6 बजे रावण वध और रात्रि में देवभोग अंचल और उड़ीसा के नाटको का मंचन हुआ। इसके पूर्व शाम को इस देव दशहरा पर्व ने कार्यक्रम का संचालन और अवलोकन करने हेतू दशहरा मैदान के मुख्य मंच के मुख्य अतिथि श्री लोकेन्द्र सिंह ठाकुर प्राचार्य शा. पॉलीटेकनीक कालेज धमतरी ,ग्राम प्रमुख काग्रेस और आंचलिक राजनीति में अपने तेज तर्रार बेबाक छवि के धनी वरिष्ठ काग्रेसी नेता जिन्हे टाईगर की उपाधि मिली थी महेश्वर सिंह कोमर्रा , के साथ कार्यक्रम के अध्यक्ष निलाम्बर कश्यप , विशिष्ठ अतिथि रामाधीन कश्यप सेवानिवृत्त प्रधान पाठक , मकुन्द राम कश्यप सेवानिवृत्त प्रधान पाठक , विरोमणी कश्यप सेवानिवृत्त प्रचार्य , प्यारे लाल कश्यप सेवानिवृत्त प्रधान पाठक तथा, गिरीश बेहरा व्याख्याता ग्राम टेमरा , रमेश ठाकुर शिक्षक च्यवन दास वैष्णव , केशरी कश्यप , दामोधर प्रधान , सोमवारू पटेल , मुरारी लाल साहू , की गरिमामय उपस्थिति रही।
राम हमारे आर्दश और संस्कार के प्रतीक – ग्राम प्रमुख एंव राजनीति के टाईगर वयोवृद्ध काग्र्रेसी नेता महेश्वर सिंह कोमर्रा के होनहार सुपुत्र लोकेन्द्र सिंह ठाकुर प्राचार्य पालीटेकनीक कालेज धमतरी मुख्य अतिथि के रूप में विशाल जन समुदाय को सम्बोधित करते हुये रावण वध कार्यक्रम के पूर्व उन्होने कहा राम शास्वत है हमारे आदर्श है राम के संस्कार पूरे विश्व के अनमोल धरोहर है संस्कार के अंर्तगत कर्तव्य में राम कांे देखें माता पिता के प्रति कर्तव्य ,भाई बन्धुओ के प्रति कर्तव्य पत्नी और पुत्र के प्रति कर्तव्य , दीनहीन दुखियो के प्रति कर्तव्य , गुरू के प्रति कर्तव्य हर जगह वे सर्वश्रेष्ठ दिखाई देते है इसिलिये कहा गया है -मंगल भवन अमंगल हारी- द्रवहु सोदशरथ अचर बिहारी-दीनदयाल बिरदहु सम भारी- हरहु ममनाथ संकट भारी।।इसलिये हमे जीवन में राम के चरित्र को उतार लेना चाहिये ।वहीं ग्राम प्रमुख महेश्वर सिंह कोमर्रा ने कहा राम राज्य की स्थापना तभी होगी जब हम राम के चरित्र और उनके आदर्शो को जन जन तक पहुचायेंगे। दशहरा पर्व इसलिये मनाया जाता है ताकि लोगो को हमेशा यह पता रहे कि अहंकार और असत्य हमेशा हारा है- सत्य और सद चरित्र अनादि काल से सबको प्यारा है ।।। सभी को दशहरा पर्व की बधाई दुर्गोत्सव समिति के अध्यक्ष निलाम्बर कश्यप ने कहा कि माता दुर्गा शक्ति की प्रतीक भगवान राम उच्च आदर्श और जग कल्याण के प्रतीक।। आईये हम सब मिलकर अच्छे समाज और देश का निर्माण करंे।
रावण वध के बाद छत्तीसगढ़ी और उड़ीया संस्कृति की अनुपम छटा दिखी-नाटको का पूरे गांव मेें जगह जगह मंचन हुआ जिसमें पूरे अंचल से लगभग 50 हजार लोंगो ने कला और संस्कृति क संगम में डुबकी लगाया् यहा भी ग्राम समिति के द्वारा नाटक मंडलीयो को बेहद शानदार पुरूष्कार और स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया इस बार प्रथम पुरूष्कार 35 हजार रू. नगद ग्राम छिलपा जिला कालाहण्डी उड़ीसा की नाटक मंडली , द्वितीय पुरूष्कार ग्राम बरकानी जिला गरियांद छ.ग. को 30 हजार रूपये नगद , तृतीय पुरूष्कार 25 हजार रूपये नगद ग्राम चिंगराभांठा जिला गरियाबंद छ.ग. को इसके साथ तीन सांत्वना पुरूष्कार तीन नाटक मंडलीयो को 20-20 हजार नगद दिया गया। दशहरा सांस्कृतिक मंच का संचालन रामेश्वर साहू , एंव केशरी राम कश्यप दोनो शिक्षको के द्वारा कुशलता पूर्वक किया गया दुसरे दिन दिनांक 18/10/2021 को विभिन्न ग्रामो से पधारे देवी देवताओ को ससम्मान भेंट पूजा के साथ विदा किया गया।
इस कार्यक्रम का साल भर से इंतजार रहता है- अंचल के क्या युवा क्या सीनियर सीटीजन सभी को मंुगझर दशहरा पर्व का साल भर से इंतजार रहता है क्योकि दूर दूर से उनके रिश्तेदार भी दशहरा पर्व देखने आते है इस बारे मे ग्राम टेमरा निवासी और देवभोग हायर सेकण्डरी स्कूल में व्याख्याता गिरीश बेहरा एंव उसी ग्राम के युवा रोशन बेहरा ने कहा अदभूत संस्कृति का मेल है मुंगझर का दशहरा पर्व। वही मुंगझर की रहने वाली श्रीमतीसुषमा रतन साहू , बीएससी नर्सिग छात्र टिकेन्द्र साहू , कालेज की छात्रा वंदना साहू , हिमानी कश्यप इनकी माता श्रीमती दुशीला कश्यप , श्रीमती रशिम मोहित कश्यप , श्रीमती हराबती टिकेश कश्यप , और 12वी की छात्रा खुशबू कश्यप का कहना है के इस अदभूत दशहरे का इंतजार हमको साल भर से रहता है।