रायपुर । छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में अतिथि व्याख्याता संघ ने अपनी मांगों को लेकर सोमवार को जमकर गरजे। संघ ने बूढ़ापारा स्थित धरना स्थल पर प्रदर्शन कर अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने निकले। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को सप्रे शाला के स्कूल के पार बैरिकेड लगाकर रोक दिया। इससे नाराज संघ के कार्यकर्ताओं ने शासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उल्लेखनीय है कि अतिथि व्याख्याता संघ एक माह की पूर्णकालिक अवधि, एक मुश्त मासिक वेतनमान, स्थानांतरण से सुरक्षा, 65 वर्ष तक स्थायी नौकरी जनघोषणा पत्र का वादा पूरा करो आदि मांगों को लेकर लंबे समय से संघर्षरत है।
चारों तरफ लगा जाम
इधर प्रदर्शन के कारण पुलिस ने बूढ़ापारा धरना स्थल के सड़क पर आवाजाही के लिए को दिया। इससे त्योहारी सीजन के कारण सदर बाजार, गोलबाजार, कालीबाड़ी, पुरानी बस्ती इलाके में जाम लगा रहा। इस दौरान लोगों का गुस्सा भी फूट पड़ा। इस सीजन में प्रशासन को धरना स्थल पर रैली निकालने की पाबंदी लगानी चाहिए।
पत्थलगांव की घटना के विरोध में भाजपा ने निकाला मार्च
भाजपा रायपुर जिला, महिला मोर्चा, युवा मोर्चा ने पत्थलगांव में हुई घटना के विरोध में आजाद चौक स्थित गांधी प्रतिमा से घड़ी चौक स्थित बाबा साहब भीमराव आंबेडकर प्रतिमा तक मार्च निकालकर और दिया जलाकर मृतआत्मा को श्रद्धांजलि दी।
उल्लेखनीय है कि 15 अक्टूबर को जशपुर पत्थलगांव में माता दुर्गा विसर्जन जुलूस में शामिल लोगों को तेज रफ्तार गांजा तस्करों की गाड़ी ने श्रद्धालुओं को कुचल दिया। इसमें 21 वर्षीय गौरव अग्रवाल की घटना स्थल पर मौत हो गई। जबकि 26 लोग गंभीर रूप घायल है। इसको विरोध प्रदेश ही नहीं, देश भर में हो रहा है।
भाजपा रायपुर जिला महामंत्री ओंकार बैस ने कहा कि इस प्रदेश का मुखिया असंवेदनशील हो गया है। उसे प्रदेश की आम नागरिकों का दर्द दिखाई नहीं देता। उन्होंने कहा कि मृतकों के साथ 26 घायलों को भी मुआवजा देना चाहिए और जिम्मेदार अधिकारियों पर अपराधिक मुकदमे दर्ज होने चाहिए।