रायपुर वॉच

महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल कॉलेज समता कॉलोनी रायपुर में भगवत् गीता के अठारह अध्यायों पर आधारित आध्यात्मिक समागम का आयोजन

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रायपुर : आज श्री श्री स्वामी रमणानंद जी पुरी महारज के मुखारबिन्दु के गीता सार का लाभ मैक परिवार ने उठाया। सभी जानते हैं कि आज के परिप्रेक्ष्य मेें जहाँ विभिन्न तरह की नकारात्मक भावनायें प्रबल हो रही है। इन नकारात्मकताओं से जीतने के लिए मन का शुद्ध और मजबूत होना आवश्यक है। कहा जाता है कि ‘‘आत्मा को निरंतर साफ करते रहे, दुनिया को निरंतर माफ करते रहे और परमात्मा को निरंतर याद करते रहें। स्वामी रमणानंद जी गिरी महाराज का गुरू स्थान हरिद्वार है। इन्होंने 1008 प्रवचनों के माध्यम से मानव को आध्यात्म से जोड़ने का संकल्प लिया है, जिसमें से 900 प्रवचनों के माध्यम से हजारों लोगों ने मानवता एवं नैतिकता की शिक्षा ग्रहण की है। मानव अपने जीवन में कितनी भी तरक्की कर ले परंतु आध्यात्मिक उन्नति के बिना यह तरक्की अधूरी है, एवं सही मार्गदर्शन की प्राप्ति भी इस आध्यात्मिक उन्नति के बिना संभव नही। श्री रमणानंद जी पुरी ने अपने उद्बोधन से गीता सार के माध्यम से मैक परिवार को लाभान्वित किया। उन्होंने चरित्र निर्माण के लिए आध्यात्म पर प्रकाश डाला जीवन मरण के कालचक्र को समझने के लिए मानवता, नैतिकता पर जोर दिया। उन्होंने धर्म की स्वीकार्यता पर बल देते हुए समझाया कि सबसे बड़ा धर्म मानव धर्म है। मानव धर्म की श्रेष्ठता बताते हुए वसुधैव कुटुम्ब की व्याख्या की तथा बताया कि जो व्यवहार स्वयं के लिए पसंद नही वह व्यवहार दूसरों के साथ नहीं करना चाहिए। गीता के अनुसार सभी प्राणियों में एक आत्मा एक ईश्वर का रूप है। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में गीता की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला एवं सत्य की स्वीकार्यता अपने जीवन में उतारने के लिए बताया। अहंकार से बचने के लिए बताया, क्योंकि यह सभी बुराइयों की जड़ होता है। हमें अपनी इंद्रियों को वश में रखना चाहिए। श्री रमणा गिरी महाराज जी ने विभिन्न उदाहरणों एवं प्रसंगो के माध्यम से एवं दृढ़ चरित्र के महत्व को समझाया। संत पला, वृक्ष नदी धरती से परोपकार की धर्म अर्थ कर्म मोक्ष शिक्षा ली जा सकती है। प्राप्ति ही सर्वोपरि है। कार्यक्रम का समापन प्रार्थना के द्वारा किया गया। उपरोक्त कार्यक्रम में कॉलेज के चेयरमेन आदरणीय श्री राजेश अग्रवाल, पूर्व चेयरमेन आदरणीय श्री रमेश अग्रवाल, ट्रस्टी श्री आत्मबोध अग्रवाल, अग्रवाल सभी से सम्मानीय गण विशेष रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम कॉलेज की प्राचार्या डॉ. ज्योति जनस्वामी के मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक आयोजित किया गया।

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