बंगलूरू :आयकर विभाग ने बंगलूरू के तीन प्रमुख ठेकेदार समूहों के परिसरों पर छापेमारी कर करीब 750 करोड़ रुपये की अघोषित आय का पता लगाया है। सीबीडीटी (केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड) ने मंगलवार को बताया कि ये समूह सिंचाई और हाईवे परियोजनाओं के निर्माण में शामिल रहे हैं। ये छापेमारी सात अक्तूबर को चार राज्यों में 47 परिसरों पर शुरू की गई थी। कर विभाग के लिए नीति बनाने वाले निकाय सीबीडीटी ने एक बयान में कहा कि जांच में सामने आया है कि ठेकेदारों के इन तीन समूहों में में से एक ने 40 व्यक्तियों के नाम पर फर्जी उप अनुबंध बुक किए हैं जबकि इन व्यक्तियों का निर्माण व्यवसाय से कोई संबंध नहीं है। बयान में कहा गया है कि इन व्यक्तियों ने उक्त हेरफेर करने की बात को स्वीकार किया है। बयान में कहा गया कि इन तीनों समूहों के परिसरों पर छापेमारी के दौरान लगभग 750 करोड़ रुपये की अघोषित आय का पता चला है। इसमें से कुल 487 करोड़ रुपये की राशि को संबंधित समूहों ने अपनी अघोषित आय के रूप में स्वीकार कर लिया है। वहीं, एक समूह ने 382 करोड़ रुपये के श्रम व्यय की मुद्रास्फीति में लिप्त होने की बात स्वीकार की है।
तीन ठेकेदार समूहों के परिसरों पर आयकर विभाग की कार्रवाई, सामने आई 750 करोड़ की अघोषित आय
