प्रांतीय वॉच

तनाछेदक, माहो के बाद चूहे कर है फसल का बेड़ा गर्क महंगी दवाई का कर रहे छिड़काव

Share this

पुलस्त शर्मा/मैनपुर : खेतो मे चूहो की बढ़ती आबादी ने किसानो की नींद हराम कर दी है, लाख जतन के बाद भी इन पर नियंत्रण नहीं हो पा रहा है सबसे ज्यादा चूहो का प्रकोप बस्ती और इसके आसपास के खेतो मे देखी जा रही है चूहे फसल को चट करने लगे है, ब्लास्ट, तनाछेदक, माहो का प्रकोप के साथ ही चूहो के प्रकोप से धान की फसल चौपट हो रही है, लगातार किसान धान की फसल को बचाने दवा का छिड़काव कर रहे है, ज्ञात हो कि किसानो को अब फसल मे बिमारी ने किया हालाकान खेतो मे कीट पतंगा शीत ब्लास्ट व माहू का प्रकोप से परेशान किसान इसके रोकथाम के लिये हजारो रूपये के महंगे दवाईयो का छिड़काव कर रहे है लेकिन इसका जितना लाभ मिलना चाहिए नही मिल पा रहा है, किसानो से चर्चा किया तो क्षेत्र के किसानो ने बताया खेतो में चूहो के साथ साथ अब कीट प्रकोप का ग्रहण लग गया है आलम यह है कि कई एकड़ खेतो की खड़ी फसल बिमारी से बर्बाद हो गई है जिसमें धान होना तो दूर इसकी कटाई भी किसान नही कर सकते, हरूना बौना किश्म के धान, महामाया, 1010, राजेेश्वरी, सरना, 1001 आदि धान की बालियां आ गई है, उसमें शीट ब्लास्ट, कीट पतंगा, माहो कटुवा का प्रकोप बढ़ गया है जिसके कारण किसान असमंजस की स्थिति मे है और फसल को बचाने किसान तरह तरह के जुगत लगा रहे है, किसानों ने बताया महामाया धान में माहू का प्रकोप हो चुका है एक दिन पहले खेत का निरीक्षण किया था तो फसल ठीक था दूसरे दिन लगभग आधा खेत मे फैल गया, उन्होने बताया बिमारी के बचाव के लिये महंगी से मंहगी दवाई भी काम नही आ रहा है, धान की फसलो में ब्लॉस्ट, तनक छेदक का प्रकोप तेजी से फैलता जा रहा है, धान की बालियां आ चुकी है लेकिन चूहे पूरी तरह से फसल को चौपट कर रहे है, चूहो का आंतक इतना बढ़ गया है कि अब चूहे मारने वाली दवाइयां काम नहीं आ रही है, धान की फसल बीमारी लगने से सूख रही है जिससे उत्पादन मे कमी आयेगी और किसानो को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा अनेक बार कीटनाशक दवाइयो का छिड़काव भी बेअसर साबित हो रहा है, शासन को चाहिए की क्षेत्र के किसानों को फसल क्षति दिया जाये।

Share this

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *