रायपुर : छत्तीसगढ़ के विधायकों के दिल्ली में जमावड़े पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, लोग अपनी अपनी भावनाएं व्यक्त करना चाहते हैं। प्रजातंत्र में उसकी छूट होनी चाहिए। दायरे में रहकर अपनी बात रखना चाहे तो उसमें किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
सीएम भूपेश बघेल को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का मुख्य पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाने के सवाल पर सिंहदेव ने कहा, पिछले कुछ चुनाव में देखने में आया है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अलग-अलग जवाबदारी मिली है। असम के बाद उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी दी गई है। यहां पार्टी ने मुख्य पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। यह प्रदेश के लिए गौरव की बात है।
प्रदेश की सियासी संकट पर मंत्री सिंहदेव ने कहा, 90 में 70 की सरकार कभी अस्थिर नहीं हो सकती, ना होगी। सबको यह मान लेना चाहिए समझ जाना चाहिए कि 70 के 70 कांग्रेस पक्ष के विधायक हैं, सब हाई कमांड के साथ है। कोई आधा इंच ना इधर जाएंगे ना उधर जाएंगे। सब हाईकमान के अधीन हैं और उनके अधीन रहकर काम करते हैं।
छत्तीसगढ़ में सियासी संकट के बीच विधायकों का दिल्ली जाने का सिलसिला जारी है। रविवार को तीन और विधायक दिल्ली रवाना हो गए। आज दिल्ली जाने वाले विधायकों में देवेंद्र यादव, गुरुदयाल सिंह बंजारे और चंदन कश्यप का नाम शामिल है। इससे पहले शनिवार की सुबह चार विधायक और दिल्ली रवाना हुए और रात को छह विधायकों के दिल्ली जाने की चर्चा है।
विधायकों का दावा है कि उनके साथ इस समय 30 से 32 विधायक है। वहीं सूत्रों का कहना है कि दिल्ली में 22 से 25 विधायक मौजूद हैं। आने वाले दिनों में विधायकों की संख्या और बढ़ सकती है। दिल्ली गए विधायकों की किसी वरिष्ठ नेता से मुलाकात नहीं हो सकी।