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गर्लफ्रेंड को छेडऩे वाले युवक की 17 साल पहले की थी हत्या, पत्नी के साथ गांव लौटा तो सताने लगी उसकी आत्मा, फिर…

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बालोद : जिले के ग्राम करकाभाट में हत्या का हाईप्रोफाइल मामला सामने आया है। 18 वर्षीय युवक छबेश्वर गोयल की हत्या कर दफनाने की घटना का खुलासा 17 साल बाद शुक्रवार को हत्या करने वाले 40 वर्षीय युवक टीकम कोलियारा ने किया है। उसने बताया कि हत्या करने के बाद एक माह से उसकी आत्मा सता रही है। इस कारण घटना की जानकारी दे रहा हूं। इस बात से पहले लोगों को मजाक लगी। लेकिन बार-बार यही बात कहने पर पूरे गांव में हड़कम्प मच गया है। युवक ने मृतक के भाई को जानकारी दी। शनिवार को मृतक के पिता, भाई और हत्या करने वाले युवक सुबह बालोद थाना पहुंचे और घटना की जानकारी दी।

जेसीबी कीचड़ में फंसा, ग्रामीणों ने की खुदाई
एसडीओपी प्रतीक चतुर्वेदी, थाना प्रभारी मनीष शर्मा, तहसीलदार परमेश्वर मंडावी, नायब तहसीलदार चांदनी देवांगन व डॉक्टरों की टीम गांव पहुंची। युवक के बताए गए जगह की शनिवार दोपहर ढाई बजे ग्रामीणों ने खुदाई शुरू की, जो शाम साढ़े 5 बजे तक जारी रही। शाम होने की वजह से खुदाई बंद कर दी। खुदाई के लिए जेसीबी लाई गई थी। कीचड़ में फंसने के कारण इसका उपयोग नहीं हो पाया। लेकिन जिस जगह पर छबेश्वर को मारकर दफन करने की बात कही, उस जगह कोई अवशेष नहीं मिला। अब पुलिस रविवार की सुबह फिर खुदाई करेगी। पुलिस टीकम को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई कर
रही है।

रॉड से सिर पर हमला कर की हत्या
युवक ने बताया कि 2003 फरवरी में छबेश्वर गांव की ही लड़की के साथ छेड़छाड़ की थी। लड़की ने इसकी जानकारी उसे दी। उसकी छबेश्वर से अच्छी दोस्ती थी। जिसके बाद वह गांव के खेत तरफ छबेश्वर के साथ लकड़ी के लिए गया। शाम 7 बजे रॉड से उसके सिर पर हमला कर हत्या कर दी। गांव में किसी को इसकी जानकारी न हो, इसलिए घटना स्थल से 300 मीटर दूर देर रात गड्ढा खोदकर शव को बोरे में भरकर दफना दिया। घटना के दो साल बाद छेड़छाड़ की शिकार लड़की से टीकम ने शादी कर ली। दोनों के बीच पहले से प्रेम प्रसंग था। टीकम की पत्नी ने कहा कि छबेश्वर उसके साथ छेडख़ानी करता था। इसकी जानकारी टीकम को दी थी।

माता-पिता को थी उम्मीद एक दिन बेटा आएगा घर
मृतक के पिता जगदीश व मां ने बताया कि जब उनका बेटा घर नहीं आया तो इसकी सूचना थाने में भी दी। उसे उम्मीद थी कि उनका बेटा एक दिन वापस आएगा। जब बेटे की हत्या की खबर शुक्रवार को मिली तो 17 साल बाद आंसू छलक पड़े। आरोपी को कड़ी सजा देने की मांग की है।

मृतक बनकर फोन करता था हत्यारा
युवक ने बताया कि वह हत्या करने के बाद घबरा गया था। जब छबेश्वर के घर वाले लगातार खोजबीन की तो अच्छा नहीं लगा, इसलिए वह गांव के एक लैंडलाइन में फोन लगाता था। छबेश्वर बनकर उसके माता-पिता से बात करता था। कहता था कि वह जहां भी है, खुश है। अच्छा सा काम कर रहा है। मेरी फिक्र मत करना। यह इसलिए कहता था ताकि अहसास न हो कि उनका बेटा मर गया है। यह बात टीकम व छबेश्वर के पिता ने भी बताई।

अंधविश्वास या सच
युवक ने बताया कि हत्या करने के बाद अपनी पत्नी के साथ काम करने पुणे (महाराष्ट्र) चला गया था। जबसे वह गांव आया है तबसे वह परेशान है। छबेश्वर की आत्मा परेशान कर रही है। हालांकि यह अंधविश्वास है। पुलिस मीडिया को जैसी बात टीकम ने बताई है, उसके अनुसार घटना से परेशान है। इसलिए सच्चाई बता रहा है।

अनहोनी न हो, पुलिस ने युवक को लिया हिरासत में
इतनी बड़ी घटना को देखते हुए बालोद पुलिस ने टीकम को हिरासत में लिया है। हत्या का दावा जरूर है, लेकिन पुलिस उलझ गई है। पुलिस उम्मीद लगा रही है कि खुदाई से कुछ सुराग मिल जाए, ताकि जांच और अच्छे तरीके से हो।

आज फिर खुदाई की जा रही
थाना प्रभारी बालोद मनीष शर्मा ने बताया कि मृतक के पिता व परिजनों से उनके बेटे की हत्या कर दफनाने की शिकायत मिली है। उच्च अधिकारियों से अनुमति लेकर पुलिस टीम, एसडीओपी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार के साथ घटना स्थल की खुदाई की जा रही है। पहले दिन कुछ नहीं मिला। रविवार को फिर खुदाई की जा रही है।

17 साल बाद शव निकालने खुदाई का पहला मामला
पुलिस वालों की मानें तो यह प्रदेश का पहला मामला है, जो दफन किए गए शव को 17 साल बाद निकालने की कार्रवाई की जा रही है। कितनी सच्चाई है यह जांच के बाद पता चल पाएगा। खुदाई को देखने के लिए सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों की भीड़ जुट गई थी।

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