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समसेरगंज में बम फेंके जाने के मामले में TMC नेता गिरफ्तार, नकली EVM से वोटर को प्रभावित करने का आरोप

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भवानीपुर : पश्चिम बंगाल में भवानीपुर विधानसभा उपचुनाव के साथ-साथ जंगीपुर और समसेरगंज में भी उपचुनाव हो रहे हैं. समसेरगंज में वोटिंग शुरू होने से कुछ घंटे पहले समसेरगंज में बम फेंके जाने के मामले में टीएमसी नेता (TMC Leader) अनारुल हक को गिरफ्तार किया गया. दूसरी ओर, समसेरगंज में टीएमसी उम्मीदवार पर मतदाताओं को नकल ईवीएम दिखा कर प्रभावित करने का आरोप लगा है. तृणमूल पर आरोप लगा है कि उसने समशेरगंज में टीएमसी कार्यालय के सामने फर्जी ईवीएम (Fake EVM) दिखाकर मतदाताओं को प्रभावित किया गया. कथित तौर पर, तृणमूल कार्यकर्ता बूथ के कुछ दूरी पर मतदाताओं को नकली ईवीएम के माध्यम से दिखा रहे थे कि उन्हें अपना वोट कहां डालना है. इस बाबत चुनाव आयोग ने जिला प्रशासन से रिपोर्ट तलब किया है. दूसरी ओर, जंगीपुर में टीएमसी पर बूथ दखल का आरोप लगा है. बता दें कि मुर्शिदाबाद जिले के समसेरगंज और जंगीपुर में उपचुनाव हो रहे हैं और मतदान केंद्रों में काफी भीड़ देखी जा रही है. मुर्शिदाबाद के जंगीपुर और समशेरगंज में अलग-अलग पार्टियों के उम्मीदवारों का असमय निधन हो गया था. जंगीपुर से तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशी जाकिर हुसैन, बीजेपी के प्रत्याशी सुजीत दास, आरएसपी के प्रत्याशी जेन आलम मियां हैं, जबकि समसेरगंज में तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार अमीरुल इस्लाम, कांग्रेस के प्रत्याशी जैदुर रहमान, माकपा के उम्मीदवार मोदेश्वर हुसैन और बीजेपी के उम्मीदवार मिलन घोष हैं.

जंगीपुर में बूथ नंबर 20 की ईवीएम हुई खराब

उधर मुर्शिदाबाद के जंगीपुर विधानसभा में सुति अहिरन मेमोरियल हाई स्कूल बूथ संख्या 20/21 में सुबह के समय ईवीएम खराब थी जिसकी वजह से देर से मतदान शुरू हुआ है. उधर आयोग ने आपदा प्रबंधन विभाग को सभी जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया है. इसके अलावा इन तीनों विधानसभा चुनावों में केंद्रीय बलों की संख्या अधिक है. उधर, कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि जंगीपुर में मतदाताओं को प्रभावित किया जा रहा है और उन्होंने बूथ दखल करने का आरोप लगाया है.

बूथ पर कब्जा करने का लगा आरोप

आयोग ने कहा कि चुनाव आचार संहिता का सख्ती से पालन करते हुए होगा. चुनाव आयोग ने सभी उपाय किए हैं. ईवीएम, मशीन, सभी सामग्री को प्लास्टिक में लपेटने की व्यवस्था की गई है. मतदाताओं के लिए विशेष शिविर लगाए गए हैं. किसी को करंट न लगे, इसका विशेष ध्यान रखा गया है. चुनाव अधिकारियों को सभी दिशा-निर्देशों का पालन करने को कहा गया है. वोटों की गिनती और परिणाम 3 अक्टूबर को को जारी होंगे. चुनाव आयोग ने सभी मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की है. इसके बावजूद लगातार बूथ कैप्चरिंग के आरोप लग रहे हैं.

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