रायपुर : रायपुर की कलिंगा यूनिवर्सिटी के कुलसचिव पर एक छात्र को पीटने का आरोप लगा है। इस मामले में छात्रों के संगठन ने बवाल कर दिया है। छात्र नेता ज्ञान चंद्राकर ने बताया कि कलिंगा यूनिवर्सिटी के अफसर शिक्षा का व्यवसाय मनमाने ढंग से कर रहे हैं। इस यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने गए छात्रों को सिर्फ इसलिए एडमिशन नहीं दिया जा रहा क्याोंकि स्थानीय छात्र छात्र हितों की मांग उठाते हैं। 15 सितंबर को यूनिवर्सिटी कैंपस में एक छात्र को पीटे जाने की बात सामने आई थी।
इसे लेकर अब छात्रों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। सोमवार को यूनिवर्सिटी के तेलीबांधा स्थित सिटी ऑफिस का छात्रों ने घेराव कर दिया। लगातार सभी नारेबाजी करते हुए कुलसचिव को हटाने की मांग करते रहे। कुलसचिव डॉ संदीप गांधी ने कह दिया था, स्थानीय छात्र राजनीति करते हैं, इसलिए उन्हें एडमिशन नहीं देंगे। 15 सितंबर को कुछ स्थानीय छात्र कैंपस में एडमिशन लेने गए थे। शात तक इंतजार करवाकर जब संदीप गांधी घर लौटने लगे ताे छात्रों ने एडमिशन देने का सवाल किया संदीप छात्रों को भला बुरा कहने लगे और सतनामी समाज के एक छात्र को थप्पड़ जड़ दिया।
छात्रों ने बताया कि यूनिवर्सिटी में एडमिशन की मांग कर रहे छात्रों को यूनिवर्सिटी के अफसर धमका रहे थे। इसे एक छात्र ने रिकॉर्ड करने की कोशिश की तो अफसर मारपीट पर आमादा हो गए। छात्रों के साथ हिंसा की घटना यूनिवर्सिटी के कैमरों में भी कैद हुई मगर बाद में सभी को गायब करवा दिया गया। 17 सितंबर को भी इस मामले पर जिला प्रशासन के साथ हुई बैठक में यूनिवर्सिटी ने स्थानीय स्टूडेंट्स को एडमिशन देने से इंकार कर दिया।
छात्र नेता ज्ञान चंद्राकर ने बताया कि हमने अब तहसीलदार को रायपुर कलेक्टर के नाम का ज्ञापन सौंपा है। हमने मांग की है कि अब इस मामले की जांच करवाई जाए और कुलसचिव संदीप गांधी को उनके पद से हटाया जाए। यदि जल्द ही इस मसले पर कोई फैसला नहीं लिया गया तो छात्र उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे।