बालकृष्ण मिश्रा/सुकमा : छत्तीसगढ़ शासन की महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा, बाडी के तहत् वनमंडल सुकमा में वन विभाग द्वारा वर्षा के जल का संरक्षण करने के उद्देश्य से ब्रशवुड चेकडेम, बोल्डर चेकडेम, कंटूर ट्रंच, स्टापडेम, गेबियन, परकुलेशन टेंक आदि संरचना का निर्माण किया जा रहा है। वन परिक्षेत्र कोंटा अंतर्गत वन विभाग द्वारा नरवा विकास योजना के तहत् आसीरगुडा ग्राम के आस-पास आसीरगुड़ा नाला में 38 ब्रशवुड चेकडेम, 5 कंटूर ट्रंच, 26 गेबियन निर्माण कार्य, 146 लुज बोल्डर चेकडेम निर्माण, 3 परकुलेशन टेंक सहित 6 स्टाप डेम संरचना कुल 224 संरचनाओं के निर्माण से कृषि कार्यों के साथ वनों को भी लाभ मिल रहा है।
शासन की मंशा को दृष्टिगत रखते हुए संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है ताकि वर्षा जल का संरक्षण हो सके जिससे गरमी के दिनों में कृषकों को पर्याप्त रुप से जल की उपलब्धता सुनिश्चित हो। वर्षा जल संग्रहण, नमी संरक्षण, फसलों की सिंचाई, वन्य प्राणियों एवं पशुओं के लिए पेयजल तथा जल स्तर को बढाने में ये संरचनाएं बहुत उपयोगी साबित हो रही है। जिससे सैकड़ों ग्रामीणों को रोजगार के साथ-साथ जल स्तर ऊपर आ जाने से कृषि कार्य में भी लाभ मिल रहे है। नरवा विकास योजना के तहत् आसीरगुड़ा नाला का ट्रीटमेंट, नाला के प्रारम्भिक पॉईट से ब्रशवुड चेकडेम, बोल्डर चेकडेम, गेबियन संरचना, कंटूर ट्रेंच, परकुलेशन टेंक, स्टापडेम संरचना के माध्यम से पानी को रोका गया। जिससे ना सिर्फ कृषकों को लाभ मिल रहा है बल्कि वनों के पुर्नउत्पादन में वृद्धि हो रही है। छत्तीसगढ़ शासन की योजनाओं का धरातल पर क्रियान्वयन के फल स्वरूप उससे लाभान्वित कृषकों में उत्साह देखा जा रहा है।