रायपुर वॉच

हसदा नेवनारा छेत्र के कृषि भूमि को औधोगीकरण और औधोगिक प्रदूषण से बचाने रोक-छेक आंदोलन हेतु 2 अक्टूबर से पदयात्रा: किसान मोर्चा

Share this

रायपुर। कल दिनांक 15 सितम्बर को नेवनारा हसदा इलाका के अनेको गाँव के कृषि भूमि में फैक्ट्री लगने और सिलतरा इलाका में स्थापित उधोगों के प्रदूषण से कृषि जल और जनजीवन को बरबादी से बचाने के लिए छत्तीसगढ़ सयुंक्त किसान मोर्चा के बैनर तले हसदा के बाजार चौक में दोपहर 2 बजे किसानों का सम्मेलन सम्पन्न हुई ।जिसमें 25 गाँव के सैकड़ों किसानों ने भाग लिया। किसान सम्मेलन के मुख्यअतिथि राज्य आंदोलनकारी प्रदेश किसान नेता श्री अनिल दुबे, विशेष अतिथि भूतपूर्व जिला पंचायत सदस्य श्री तोरण लाल नायक एवं इं.अशोक ताम्रकार थे तथा अध्यक्षता एवं प्रवक्ता जागेश्वर प्रसाद ने किया। किसान सम्मेलन में शामिल किसानों को सम्बोधित करते हुए श्री अनिल दुबे ने कहा कि दो फसली और दलहन की कोठी कहे जाने वाली बेमेतरा जिला के अनेकों छेत्रों में उद्योगपतियो द्वारा षडयंत्र पूर्वक लगाए जाने वाले कारखानों संरक्षण देने वाले शासन-प्रशासन को दहाड़ते हुए कहा कि “कृषि क्षेत्र में उद्योग नही लगने देगें”।क्योंकि औद्योगिक प्रदूषण से केवल कृषि भर बर्बाद नहीँ होगा, बल्कि इससे जमीन,जल,जनजीवन और संस्कृति भी बर्बाद होगी। इसलिए पंचायतीराज्य के ग्राम सरकार यदि मंजूरी नही देगी तो किसी की हिम्मत नही है कि कृषि भूमि पर कोई उद्योग लगा सके। किसान यदि औधोगीकरण और औद्योगिक प्रदूषण के खिलाफ संघर्ष करने को तैयार है तो किसान मोर्चा हमेशा उनके साथ रहेगा। विशेष अतिथि तोरण लाल नायक ने कहा कि हर गाँव मे किसान मोर्चा की इकाई गठन कर दलबंदी गुटबन्दी से ऊपर उठ कर हर स्तर पर सँघर्ष करना होगा।इससे किसानों की जीत हो कर रहेगी।किसान सम्मेलन के अध्यक्ष जागेश्वर प्रसाद ने कहा कि किसानों की कोई भी समस्या हो उसके लिये एक मंच में संगठित होकर लड़ाई लड़ने में सफलता मिलेगी।इसका सबसे बड़ा सबूत चोरेगा गाँव के किसानों की एकता है। जिसके चलते सैकड़ों करोडों की फैक्ट्री के मालिक को गाँव मे कदम रखने नही दिए।इसी प्रकार से पार्टिबन्दी को साथ मे रखकर  किसान और ग्रामवासियों को भी हसदा नेवनारा छेत्र में एकता स्थापित करना होगा।ताकि कृषि और किसान की रक्षा हो सके। स्थानीय किसान नेता भूलू वर्मा ने भी एकता और संगठन पर जोर दिया.। किसान मोर्चा के ब्लॉक अध्यक्ष अरुण परगनिहा ने कहा कि औधोगीकरण से फसल बर्बादी को रोकने के साथ ही साथ सुख अकाल से बचने के लिये शिवनाथ नदी में एनीकट लगाकर सिचाई सुविधा को जोड़कर संघर्ष करने को जोर दिया। सम्मेलन को किसान मोर्चा के प्रांतीय सदस्य श्री अशोक ताम्रकार, उदयराम साहू, हरिराम कुरे, चंदप्रकाश साहू रामखिलावन देवांगन, टी.आर. पाल, जमवन्त परगनिहा, गोवर्धन साहू,ओकर वर्मा आदि ने अपने विचार रखते हुए हर स्तर की लड़ाई लड़ने पर जोर दिया।अंत मे सर्वसम्मति प्रस्ताव पारित किया गया कि प्रभावित गांवों में रोका-छेका आंदोलन को गति देने के लिए 2अक्टूबर गाँधी जयंती पद यात्रा का शंखनाद किया जायेगा।।

Share this

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *