प्रांतीय वॉच

जिपं उपाध्यक्ष व ठेकेदार सुभाष सुराना के खिलाफ पत्रकार हुए लामबंद।

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(दंतेवाड़ा /बचेली ब्यूरो) संदीप दिक्षित l समाचार पत्र के कार्यालय के घेराव से पत्रकारों में नाराजगी, सुभाष के इशारे पर हुआ था कार्यालय घेराव सुभाष के खिलाफ कार्रवाई और उनके द्वारा किये जा रहे कार्यों के जांच की उठी मांग, नहीं तो उग्र आंदोलन शहर के बस स्टैंड स्थित एक समाचार पत्र के कार्यालय के घेराव मामले में अब पत्रकारों ने जिपं उपाध्यक्ष व ठेकेदार सुभाष सुराना को ही घेरना शुरू कर दिया है। जिले के सभी पत्रकारों ने ठेेकेदार सुभाष के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पत्रकारों ने उनके सारे निर्माण कार्यों के जांच की मांग के साथ ही कार्यालय घेराव मामल में उचित कार्रवाई की मांग की है। जिस पर कलेक्टर दीपक सोनी और एसपी डाॅ अभिषेक पल्लव ने उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। गौरतलब है कि शुक्रवार की दोपहर सुभाष सुराना के इशारे पर कुछ लोगों ने समाचार पत्र के कार्यालय का घेराव किया था। घेराव से पहले ये सारे लोग सुभाष सुराना के घर पहुंचे थे, यही से इस घटनाक्रम की रूपरेखा तैयार की गयी थी। इस तरह कार्यालय घेराव की घटना देखते ही देखते सारे प्रदेश में फैल गयी। प्रदेश स्तर पर भी सुराना के इस कृत्य की जमकर भर्त्सना की जा रही है एसपी डाॅ पल्लव ने बताया कि इस मामले में संबंधित ठेकेदार के काल डिटेल खंगाले जायेंगे, काल डिटेल में इस घेराव से संबंधित तथ्य मिलने पर न्यायोचित कार्रवाई की जायेगी। प्रेस कार्यालय के घेराव को एसपी ने गलत बताया है। एसपी ने आगे कहा कि जिले के पत्रकार स्वतंत्र है और उनकी स्वतंत्रता का हनन किसी भी सूरत में नहीं होने दिया जायेगा। प्रेस कार्यालय को दी सुरक्षा – घेराव की घटना की जानकारी मिलने के बाद एसपी डाॅ पल्लव ने बस स्टैंड स्थित प्रेस कार्यालय में सुरक्षा मुहैया करायी है। उन्होने शनिवार की सुबह से ही कार्यालय के आसपास सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर दिया है। एसपी ने यह भी कहा कि जब भी पत्रकारों से ऐसा लगता है कि उसे सुरक्षा की जरूरत है, हम सुरक्षा देने के लिये तत्पर है। इधर पत्रकारों ने शनिवार को कलेक्टर दीपक सोनी से भी मुलाकात की और वस्तुस्थिति से अवगत कराया। कलेक्टर श्री सोनी ने पत्रकारों को विकास का सहभागी बताते उनके सुरक्षा की संपूर्ण जिम्मेदारी ली है। श्री सोनी ने कहा कि जिले के किसी भी पंचायत में कवरेज के दौरान कोई परेशानी हो तो इसकी जानकारी तत्काल प्रशासन को दें, मामले में त्वरित कार्रवाई की जायेगी। उन्होने आगे कहा कि जिले के सारी पंचायतों में जाकर पत्रकार निःसंकोच रिपोर्टिंग कर सकते हैं। रिपोर्टिंग के दौरान व्यवधान उत्पन्न करने वालों पर सख्त कार्रवाई की बात भी कलेक्टर ने की है। श्री सोनी ने यह भी कहा कि किसी भी पंचायत में सचिव या सरपंच द्वारा किसी पत्रकार को समाचार संकलन के दौरान परेशान किया जाता है।तो इस मामले में कडी कार्रवाई की जायेगी। इधर पत्रकारों ने प्रशासन से चर्चा के दौरान कहा कि यदि 15 दिनों के भीतर इस मामले में संतोषप्रद कार्रवाई नहीं होती है तो जिले ही नहीं बल्कि प्रदेश भर में पत्रकार सडकों पर उतरेंगे। पत्रकारों ने इस मामले को लेकर आगामी दिनों में उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है l

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