तिलकराम मंडावी/डोंगरगढ़ : षहर में बढ़तें हैवी टैªफिक के बढ़तें दबाव के साथ हादसों का भी ग्राफ बढ़ा है। सड़क निर्माण के साथ हादसों का लगातार ग्राफ बढ़नें के बाद कई ऐसे अंधे मोड़ व खतरनाक चौराहें है, जहां पर प्रषासन की नजरअंदाजी की वजह से खतरा कम नहीं हो रहा। ऐसे ही षहर में कई प्वाइंट है, जहां पर हमेषा हादसें का खतरा बना रहता है। जिन खतरनाक प्वाइंटों को लेकर हमनें पड़ताल की। जहां पर 24 घंटे टैªफिक का दबाव बना रहता है और हादसें होनें की हमेषा संभावना बनी रहती है। परंतु ऐसे खतरनाक प्वाइंटों में सुधार के लिए प्रषासन मौन है। पब्लिक के साथ-साथ हैवी टैªफिक का दबाव निरंतर बना रहता है। बोरतलाव रोड को छोड़ दें तो सभी सड़क नई बन चुकी है। इससें सड़क में वाहनों की स्पीड बढ़ गई है तथा हाईवे में टोल टैक्स बचानें के लिए भारी वाहन षहरी सीमा से गुजर रहे है। इसी वजह से भी मेन रोड में टैªफिक का दबाव काफी बढ़ गया है। षहर के डेंजर प्वाइंट को खत्म करनें के लिए भी अब तक काम नहीं हुआ है। ऐसे में परेषानी व दबाव पब्लिक पर पड़ रहा है। खासकर षहरी सीमा में सड़क किनारें पार्किंग होनें से परेषानी उठानी पड़ रही है।
इधर षहर में डेंजर जोन बनें खतरनाक, जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान
आईटीआई चौराहाः षहर में जनसंख्या का दबाव बढ़नें के साथ-साथ अछोली में भी तेजी से बसाहट बढ़ रही है। आईटीआई चौराहा डेंजर प्वाइंट बन चुका है। यहां पर डोंगरगढ़, अछोली, टिकरा पारा व आईटीआई की ओर से चौराहा बनता है। परंतु चौराहा में हादसें की आषंका हमेषा बनी रहती है। दो साल के भीतर चौराहा में तीन हादसें हो चुके है। जबकि चौराहे में दुर्घटना से बवाव के लिए संकेतक व बेरीकेड्स होने चाहिए। यहां पर सरकारी दफतर होने से पब्लिक का अधिकतर आना-जाना लगा रहता है।
बधियाटोला मोड़ः षहर का अंधा मोड़ बधियाटोला में बन चुका है। जबकि सड़क निर्माण के दौरान मोड़ को खत्म किया जा सकता था। यह सड़क जिला मुख्यालय को जोड़ती है और षहर का अंतिम छोर है। मोड़ में हमेषा हादसें होने की संभावना बनी रहती है। खतरनाक मोड़ होने के बावजूद लोगों की सुविधा के लिए संकेतक बोर्ड तक नहीं लगाया गया है। षहर में आनें वालें दर्षनार्थियों को जानकारी के अभाव में खासी परेषानी होती है। इसके बावजूद प्रषासन पब्लिक की समस्या पर ध्यान देने की बजाय सुरक्षा के मापदंड को भी पूरा नहीं कर पा रही है।
थाना चौक तिराहाः षहर के बीचों-बीच स्थित थाना चौक जहां पर 24 घंटे हैवी ट्रैफिक का सबसें अधिक दबाव रहता है। थाना चौक से ही होकर बोरतलाव व महाराश्ट्र के लिए भारी वाहनों की आवाजाही होती है। यह तिराहा व्यस्तम तो है ही साथ ही सड़क में वाहनों का जाम होने से बड़ी गाड़ियां फंस जाती है। थाना के ठीग बगल में तिराहा है, लेकिन अनदेखी के चलतें जाम के हालात रोजाना बनतें है। लगातार बढ़ रहे टैªफिक के दबाव के बावजूद तिराहा में राहत देने के लिए किसी तरह के प्रयास नहीं किए जा रहे है। जो भविश्य में हादसें को खुलेआम आमंत्रित कर रहा है।
चर्चा कर निराकरण किया जाएगाः एसडीओपी चंद्रेष ठाकुर ने बताया कि पुलिस समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाती है। खरतनाक प्वाइंट को खत्म करनें के लिए जनप्रतिनिधियों से चर्चा कर निराकरण किया जाएगा। थाना चौक में भीड़ की स्थिति रहती है। यहां पर विषेश अभियान चलाया जाएगा।
फोटो डीजीजी 03 आईटीआई चौराहे में वाहनों को नियंत्रित करनें का प्लॉन नहीं होनें से खतरा बना हुआ है।