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मायूस किसानों के लिए खुशी बन कर आई 24 घंटे की सावन की झड़ी, लेवा रौपा के काम में आई तेजी

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रविशंकर गुप्ता/अंबिकापुर : सुख रहे खेतों को देख मायूस हो रहे किसानों के के चेहरों पर एक बार फिर खुशी की लकीरें झलक नेे लगी सावन के महीने मेंंं 26 घंटे कीी वर्षा की छड़ी खेती- किसानी मैं तेजी ला दी है। किसााान उत्साहित हो रूपा लेवा की खेतीी में जोर-शोर से जुट गए हैं। सरगुजा संभाग में त बढ़ती उमस से आम लोग और सूख रहे खेतों से परेशान किसानों के लिए सावन माह में बारिश का आंकड़ा भले ही कम है मगर इसकी वजह से खेतों में रोपा-बियासी के काम में तेजी आ गई है। मौसम विभाग के मुताबिक पिछले चौबीस घंटे में रायपुर में 35.7 मिमी. तथा कुछ इलाकों में भारी बारिश हुई है। अगले चौबीस घंटे में मध्यम बारिश के आसार हैं। भारी वर्षा पूर्वी हिस्से में होने का अनुमान है।

मंगलवार को सुबह से काले बादल छाए हुए थे, जो दोपहर एक बजे बरसना शुरु हुआ। कुछ देर तक हल्की से मध्यम वर्षा के बाद बूंदा-बांदी शुरु हुई जो अनवरत 26 घंटे यानी बुधवार को दोपहर तीन बजे तक चलती रही। इस बारिश की वजह उमस पूरी तरह गायब हो गई है। तापमान में गिरावट आने के बाद मौसम में ठंडक महसूस होने लगी है। रायपुर समेत प्रदेशभर में दिनभर इसी तरह का माहौल बना रहा।

वही आज गुरुवार को भी बारिश सुबह से ही अनवरत जारी है जो शाम तक निरंतर बनी हुई । पिछले चौबीस घंटे में कुछ क्षेत्रों में भारी वर्षा की स्थिति बनी रही। विशेषज्ञों के मुताबिक बारिश से आंकड़ों में विशेष अंतर नहीं हुआ मगर यह उमस और खेती-किसानी के लिए राहत बनकर आई। बारिश नहीं होने की वजह से खेत सूखने की स्थिति में आ गए थे। इस वर्षा से मिट्टी गीली होने के साथ फसल के लिए भी फायदेमंद साबित हुई है। आज गुरुवार को भी लगातार बारिश की स्थिति और बादल छाए रहने की वजह से आज सूर्यदर्शन नहीं हुए। सुबह से बारिश होने की वजह से जनजीवन प्रभावित नजर आया। दोपहर तीन बजे के आसपास जब बारिश थमी तो सड़कों पर आवाजाही बढ़ गई। मौसम बदलने की वजह से दिन के तापमान में सामान्य से काफी गिरावट दर्ज की गई। रायपुर का अधिकतम पारा 25.5 तक पहुंचा जो सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस कम था।

खेती किसानीी में आई जान

कृषि विशेषज्ञ जीएल शर्मा तथा डा. संकेत ठाकुर के मुताबिक बारिश नहीं होने की वजह खेत सूख रहे थे जिसकी वजह से यह वर्षा काफी फायदेमंद है। इससे कृषि कार्य मेंंं जान फूंकने कि काम कीी है । विशेषज्ञों के मुताबिक अभी हो रही बारिश वास्तव में मानसूनी बारिश है और यह धान की फसलों के साथ सब्जियों की खेती के लिए भी लाभकारी है। तेज बारिश का पानी बह जाता है। हल्की वर्षा का पानी जमीन के भीतर तक पहुंचता है जो फसलों के लिए फायदेमंद है।

अगले दिन भीीी हल्की और मध्यम वर्षा बनी रहने की संभावना

मानसून द्रोेणिका के पूर्व से पश्चिम की ओर आगे बढ़ने की वजह प्रदेश में अगले दििन भी हल्की से मध्यम वर्षा के आसार है। विशेषज्ञ एचपी चंद्रा ने बताया कि प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र यानी रायगढ़, कोरबा, जांजगीर, महासमुंद इलाके में इसका असर अधिक रहने के आसार है। पिछले चौबीस घंटे में भैयाधान में 16, मरवाही में 13, कोरबा में 10 सेमी., बिलासपुर में लगभग 9, पेंड्रा, अंबिकापुर में 4 सेमी. तक बारिश हुई।

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