मनमोहन सिंह/बैकुंठपुर। जिले में अकसर देखा जा रहा है कि नाबालिक कम उम्र में ही नशे में धुत नजर आ रहे है जिसका असर जिले में देखा जा सकता है वहीं बात की जाए तो सागरपुर छोटे से जगहों में गांजे को बड़ी ही आसानी से मुहैया करवाया जाता है जिसे अधिक दाम में बेच कर लोगो कि जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जाता है आपको बता दें कि नशे के कारोबार को बंद करने के लिए कई बार ख़बर लगाए गए । लेकिन नशे के सौदागर ,बिना रोक टोक के गांजा खुलेआम बेच रहे है जिस पर शासन प्रशासन के आंख के नीचे यह कार्य जोरों शोरों से किया जाता है जिस पर रोक नहीं लगाई गई तो भविष्य में लोगों की जिंदगी अंधकार में रहेगी और नाबालिक अपना जीवन नशे में ही बिताते रहेंगे जिससे चोरी डकैती हत्या जैसे कांड देखने को मिलेंगे आपको बता दें सागरपुर से लगे आसपास के शहर गांव में लगातार चोरी की वारदात देखने को मिलते है जिस पर थाने में शिकायत भी की जाती है पर कुछ सबूत नहीं मिलने पर कोई कार्यवाही नहीं की जाती है नशे का अवैध कारोबार दिनों दिन बढ़ता जा रहा है।
सगरपुर में किराना दुकान संचालित है जहा लोग समान खरीदी के नाम से गांजा बड़ी आसानी से बेच लेते है।जिस पर किसी भी प्रकार से पुलिस प्रशासन को भनक तक नहीं होती है ग्राम सागरपुर में कई वर्षों से गांजा का पुड़िया खुलेआम बेचा जा रहा है विशेष सूत्रों से माने तो गांजे का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है ग्राम सागरपुर में चौराहे सहित गांव की गलियों में गांजे का कारोबार खुलेआम चल रहा है अवैध कारोबार को रोकने के लिए नारकोटिक्स एक्ट बनाया गया है लेकिन अबकारी विभाग एवं पुलिस विभाग के द्वारा इस बिक्री पर रोक लगा रही हैं तो बड़े सौदागर बचने में कामयाब है ग्राम सागरपुर क्षेत्र में पुलिस प्रशासन की पहुंच बताने लगते हैं जिस पर कार्रवाई नहीं की जाती है जिसके हौसले बुलंद है जिसके वजह से नशे के कारोबार बेखोप किए जा रहे हैं एक अनुमान के मुताबिक ग्रामीण क्षेत्र के सभी गांव में प्रतिमाह लाखों रुपयों का गांजा बेचा जाता है गांजे का अवैध कारोबार प्रशासन के संरक्षण में फल फूल रहा है इसी तरह गांजे की कारोबार को रोका नहीं गया तो आगे चलकर लोगों तक गांजे की लत युवाओं को बर्बाद कर देगी और उनकी जिंदगी पूरी तरह नष्ट हो जाएग।