रायपुर। खाद बीज की कालाबाजारी, अमानक खाद बीज की बिक्री,डीजल-पेट्रोल और रसोई गैस में बेतहासा मूल्य वृद्धि से गरीब किसान,मजदूर एवं आम जनता का जीना दूभर हो गया है।छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा ने सरकार से मांग की है कि पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत को सरकार आधा करे।इसके साथ ही समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा दिलाने, राज्य के सभी बंद मंडियों को चालू कराने,मंडियों में बारहों माह समर्थन मूल्य में खरीदी की व्यवस्था कराने, उरला सिलतरा क्षेत्र के औद्योगिक क्षेत्र के औद्योगिक प्रदूषण पर अविलंब रोक लगाकर सैकड़ों गांव के किसानों को राहत दिलाने, सहित 9 सूत्रीय मांग को लेकर विधानसभा सत्र के प्रथम दिन 26 जुलाई को छ.ग. संयुक्त किसान मोर्चा बूढ़ातालाब के पास धरना प्रदर्शन किया जाएगा। जिसमें सैकड़ों किसान भाग लेंगे। धरना प्रदर्शन का नेतृत्व राज्य आंदोलनकारी प्रदेश किसान नेता अनिल दुबे, जी.पी.चंद्राकर, दीनदयाल वर्मा,जागेश्वर प्रसाद,लालाराम वर्मा, अशोक ताम्रकार, महेंद्र कौशिक,गोवर्धन वर्मा, अरुण परगनिहा, बृजबिहारी साहू, श्रीधर चंद्राकर,चंद्रप्रकाश साहू आदि करेंगे,अंत में धरना स्थल पर 3.30 बजे के आसपास विधानसभा अध्यक्ष के नाम मांग पत्र जिलाधीश रायपुर को सौंपा जाएगा।
खाद, बीज की कालाबाजारी, समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा एवं महंगाई को लेकर 26 जुलाई को किसान मोर्चा का धरना आंदोलन
