अक्कू रिजवी/कांकेर : चाइल्ड लाइन कांकेर के सदस्यों द्वारा नगर में अवलोकन करते समय 8 बच्चों को भिक्षावृत्ति करते पाया गया बच्चों से बात करने पर बताए की सभी अपने माता पिता के साथ जिला गोंदिया, महाराष्ट्र से आए है सभी बस स्टैंड के पीछे बाजार सेड में रुके है, टीम के सदस्य बाजार सेड में जाकर बच्चों के माता पिता से मिले उनके द्वारा बताया गया की हमारा पुस्तैनी काम राशि पत्थर बेचने के लिए कल ही कांकेर में आए है चाइल्ड लाइन की टीम के द्वारा इसकी सूचना जिला बाल संरक्षण अधिकारी रीना लारिया मेडम को दिया गया मैडम के द्वारा पहूंच कर बच्चों और उनके माता पिता से बात की गई बच्चों के शिक्षा के सम्बंध में उन लोगों के द्वारा बताया गया की जब से कोरोना चल रहा है तब से स्कूल बंद है इस लिए हम बच्चों को साथ लाए थे उनके माता पिता को समझाइश दी गई की बच्चों का इस्तेमाल भिक्षावृत्ति के लिए ना करें और बच्चों को स्कूल भेजें। चाइल्ड लाइन 1098 कांकेर के जिला समन्वयक अमित बघेल के द्वारा बताया गया की बच्चों के माता-पिता से शपथ पत्र लिया गया की बच्चों से भविष्य में कभी भी भिक्षावृत्ति नहीं कराएंगे और बच्चों को स्कूल भेजेंगे।एक दिन पूर्व भी तीन बच्चों को सर्प दिखा कर भिक्षावृत्ति करते रेस्क्यू चाइल्ड लाईन के द्वारा किया गया था।इस रेस्क्यू में चाइल्ड लाइन टीम से महेश साहू, संत साहू, भुपेंद्र सिन्हा, विनोद यादव,दिपीका सिंहसार मौजूद रहे।एक निवेदन समस्या में फसे बच्चों के मदद के लिए चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 में काल कर बच्चों की मदद के लिए हाथ बढाये।
बच्चे भिक्षा मांगते घुम रहे थे चाइल्ड लाइन ने रोका
