बिलासपुर: बदलते समय के साथ चोर भी नए-नए तरीकों से चोरियों को अंजाम देने लगे हैं। तीन थाना क्षेत्रों में हो रही लगातार चोरियों को लेकर तफ्तीश कर रही बिलासपुर पुलिस ने शातिर चोरों के गिरोह को पकड़ा है। 3 सदस्यों वाले इस गिरोह में राजन शर्मा और रामेश्वर बंजारे और ओमप्रकाश बंजारे शामिल हैं ।गिरोह के सदस्य बिलासपुर के सूने मकानों और सुनसान जगहों पर रखी हुई दोपहिया गाड़ियों को अपना शिकार बनाया करते थे। पुलिस को गुमराह करने में आसानी हो सके इसके लिए यह चोरी किए हुए माल को रायपुर भेज दिया करते थे।
चोरी का माल बेचने शहर में घूम रहा था रामेश्वर
दरअसल बिलासपुर में पिछले कई महीनों से लगातार चोरियां हो रही थी। यह चोरियां खास तौर पर बिलासपुर के मंगला, सरकंडा और सिविल लाइन क्षेत्र में हो रही थी,जिसको लेकर पुलिस जांच में जुटी हुई थी। चोरियों को लेकर चल रही इसी जांच के दौरान सिविल लाइन पुलिस को सूचना मिली कि एक संदिग्ध व्यक्ति कुछ सामान बेचने के लिए बिलासपुर के मंगला चौक में घूम रहा है। सूचना के आधार पर जब पुलिस ने इस संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा उसने अपना नाम रामेश्वर बंजारे बताया। रामेश्वर से जब पुलिस ने पूछताछ की तो वह गोलमोल जवाब देने लगा , जिसके बाद उसे थाने ले जाकर पुलिसिया अंदाज में पूछताछ की गई।
पूछताछ में कबूल की चोरी की बात
रामेश्वर बंजारे को जब पुलिस थाने लेकर आई तो पूछताछ में उसने बताया कि पिछले डेढ़ साल के भीतर उसके गिरोह ने बिलासपुर के मंगला सरकंडा और सिविल लाइन क्षेत्र में कई चोरियों की वारदात को अंजाम दिया था। इस गिरोह की नजर खास तौर पर सूने मकानों पर रहती थी। ऐसे मकानों की रेकी कर गिरोह के सदस्य रात में ताला तोड़कर चोरियों को अंजाम दिया करते थे। पूछताछ में रामेश्वर ने अपने गिरोह में शामिल दो और साथी राजन शर्मा और ओमप्रकाश बंजारे की जानकारी पुलिस को दी। गिरोह के सभी सदस्यों को जब गिरफ्तार किया गया तब उन्होंने बताया कि बिलासपुर का ओमप्रकाश बंजारे शहर में रहकर सूने मकानों की रेकी किया करता था। मकान मालिक के ना होने की बात जब कंफर्म हो जाती थी तब अपने गिरोह में शामिल दूसरे सदस्यों के साथ मिलकर यह चोरियों को अंजाम दिया करते थे। इस शातिर गिरोह के पास से करीब 7 लाख रुपए का सामान जप्त किया है। जिसमें सोने चांदी के जेवरात, मोबाइल,लैपटॉप समेत 3 स्कूटी और दो बाइक शामिल हैं।