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डेडिकेटेड कोविड अस्पताल सुकमा में गूंजी किलकारियां

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  • ग्राम बडे़सेट्टी की महिला को हुई पुत्र रत्न की प्राप्ति

बालकृष्ण मिश्रा/सुकमा : कोरोना संक्रमण के फैलाव में एक बार फिर से बढ़ोत्तरी के चलते प्रतिदिन कोविड डेडिकेटेड अस्पताल में मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। इन सभी नकारात्मक खबरों के बीच कुछ सकारात्मक खबरें भी सामने आई है। कोविड-19 डेडीकेटेड अस्पताल में गत 01 जुलाई को ग्राम बड़ेसेट्टी निवासी कोरोना संक्रमित महिला ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है। ग्राम बड़ेसेट्टी निवासी श्रीमती लक्ष्मी को पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई है। प्रसव तिथि निकट होने के फलस्वरुप लक्ष्मी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहाँ 01 जुलाई को उनका कोविड जांच किया गया, जिसमें वे पॉजिटिव पाई गई। 9 महीने की गर्भवती होने के कारण उनको अपने होने वाले बच्चे की चिंता थी। कोविड संक्रमण के चलते उनकी यह चिंता और भी बढ़ गई। किन्तु जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही त्वरित और उत्तम स्वास्थ्य सुविधाओं के कारण उनकी यह चिंता भी दूर हो गई।
प्रसव पीड़ा होने पर डॉक्टरों की टीम द्वारा उसकी जांच की गई इसके बाद कोविड डेडिकेटेड अस्पताल के नोडल अधिकारी के द्वारा विशेषज्ञों का दल गठित कर महिला के प्रसव की तैयारी की गई जहां महिला ने सिज़ेरियन प्रक्रिया के उपरांत सुंदर स्वस्थ पुत्र को जन्म दिया। अपने नवजात शिशु को देख लक्ष्मी के मन से चिंता के बादल छट गए और माँ बनने की खुशी दोगुनी हो गई। प्रसव प्रक्रिया में पूरी तरह से कोविड-19 के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए उपचार किया गया। कोरोना काल के इस भयावह दौर में घर में नए मेहमान के आने से लक्ष्मी और उनके परिवार जनों में खुशी का माहौल है। उनके पति श्री रावा जोगा सहित परिवार जनों ने डॉक्टरों को साधुवाद दिया है।
जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ
जिला मुख्य चिकित्सा एवं सवास्थ्य अधिकारी डॉ सीबी प्रसाद बन्सोड़ ने बताया कि प्रसव पीड़ा होने पर चिकित्सकों द्वारा त्वरित महिला को प्रसव कक्ष में दाखिल किया गया, संकुचित श्रोणी के कारण सामान्य प्रसव संभव नहीं था। ऐसे में चिकित्सकों ने सिजेरियन प्रक्रिया से महिला का प्रसव किया जो सफल रहा। चिकित्सकों की टीम में डॉ व्ही टमन्ना राव, डॉ ए.डी पुरेना शामिल रहे, जिनके प्रयास से लक्ष्मी ने स्वस्थ शिशु को जन्म दिया। जच्चा और बच्चा दोनो स्वस्थ है, और लक्ष्मी को पूर्णतः स्वस्थ होने के पश्चात् अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।
ज्ञात हो कि कोरोना सक्रंमण के दौरान भी जिला अस्पताल में सफलतापूर्वक सामान्य एवं जटिल प्रसव प्रक्रियाओं को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराया जा रहा है। कोरोना मरीजों के लिए पृथक से डेडीकेटेड अस्पताल में सभी डॉक्टरों द्वारा 24 घंटे मरीजों की देखरेख की जाती है एवं विशेष परिस्थितियों वाले मरीजों का विशेष ख्याल रखा जाता है।

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