- उडीसा के मावेशी चरवाहो द्वारा छत्तीसगढ़ के उदन्ती सीतानदी टाईगर रिर्जव मे खुले आम चारा राहे हैं मावेशी
पुलस्त शर्मा/मैनपुर : तहसील मुख्यालय मैनपुर क्षेत्र के अन्तर्गत उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व तौरेगा बफर जोन इलाकों के ग्राम गरीबा, दशपुर, ईचरादी, कोदोमाली के जंगलों में खुलेआम उड़ीसा के चरवाहो द्रारा मवेशियो को उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व क्षेत्रों में सुबह से लेकर शाम तक घुमाते हुए चराई करवाया जा रहा है। जिसको जानकर भी वन विभाग तौरेंगा परिक्षेत्र के मैदानी अमलो के कर्मचारियों ने नजरअंदाज किया जा रहा है। उड़ीसा राज्यों में भी जंगल तो है। लेकिन उसे वहां के लोगों के द्वारा संरक्षण संवर्धन की दिशा में कार्य करते हुए शेष बचे हुए जंगलों को नुकसान पहुंचाना नहीं चाहते हैं। वही छत्तीसगढ़ में नियम कानून को शिथिल मानते हुए मवेशी चरवाहों के द्वारा खुलेआम उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व क्षेत्रों के जंगलों में घुसा कर चराई का कार्य करवाया जा रहा है। हमारे यहां सामुदायिक वन संसाधन का अधिकार मिला हुआ है। जिसके अंतर्गत चारागाह के लिए चिन्हाकिंत जंगल है। उड़ीसा के लोग अपने जंगलों को सुरक्षित रख चारागाह के लिए भी बंदिश लगाते हुए हमारे यहां भेजा जाना सर्वथा गलत है। जिस पर तत्काल कार्यवाही करते हुए जंगलों को बचाने के दिशा में तौरेंगा परिक्षेत्र के जिम्मेदारों को ध्यान दिया जाना नितांत आवश्यक होगी। अन्यथा ऐसा मवेशियो का आवाजाही जंगलों का नुकसान अवैध कटाई का कारोबार अनवरत चलता ही रहेगा।
क्या कहते है अधिकारी
भेड़ बकरियो जो राजस्थान से आते है उन पर कार्यवाही तो किया जा रहा है अगर पडोसी राज्य उडीसा से इस तरह से मावेशी चराने के लिए ला राहे है उन पर अभी कार्यवही तो नही किया गया है।।
मिलन राम वर्मा
वन परिक्षेत्र अधिकारी तौरेंगा(बफर जोन)