- अब हट सकता है चिंता यादव जनपद पंचायत से
अक्कू रिजवी/कांकेर। बहुचर्चित अकड़बाज ग्राम पंचायत गोतपुर के सचिव चिंता यादव अपनी मूल पदस्थापना पर गोतपुर में ना रहते हुए लगातार जनपद पंचायत कांकेर के कार्यालय में ही अनधिकृत तथा अनावश्यक रूप से दिन भर बैठे रहते हैं । इस विषय में अनेक शिकायतें हो चुकी हैं तथा अनेक समाचार पत्रों में संवाद भी प्रकाशित हो चुके हैं किंतु क्षेत्र की जनता द्वारा आश्चर्य के साथ देखा जा रहा है कि शासन द्वारा उक्त महोदय पर कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है तथा अब तक उन्हें दिन भर जनपद पंचायत कार्यालय में बैठे रहने तथा आम लोगों पर रुतबा जमाने की पूरी छूट मिली हुई है। कोविड सर्वे ड्यूटी का तो सिर्फ बहाना ही है। इस संबंध में कोई कार्य उन्होंने नहीं किया है ना कोई सर्वे किया है । आम जनता को संदेह है कि गोतपुर के ग्राम सचिव यहां बैठे-बैठे दलाली ही करते हैं । कोई शासकीय कार्य नहीं करते। इस ऊपर की कमाई को कोई छोड़ना नहीं चाहता । इसलिए चिंता यादव जी यहीं चिपके रहते हैं। उधर गोतपुर क्षेत्र के ग्रामीणों के अनेक कार्य ग्राम सचिव के अभाव में महीनों से नहीं हुए हैं। शिकायतकर्ता द्वारा पूछा गया है कि कृपया स्पष्ट करें कि चिंता यादव जनपद पंचायत कार्यालय में दिन भर बैठे बैठे आख़िर करते क्या हैं और उनकी वास्तविक ड्यूटी क्या है ? चिंता यादव के विषय में यदि कोई आदेश निकलता है तो उसे शासन की पारदर्शिता नीति के तहत सार्वजनिक भी अवश्य करें तथा पत्रकार वार्ता में भी अवगत कराएं। इस शिकायत की बात अब यह देखना दिलचस्प होगा कि स्थानीय उच्च अधिकारी क्या करते हैं क्योंकि इसी शिकायत की प्रतिलिपि राजधानी रायपुर तक गई है एवं कांकेर आने वाले राज्य सरकार की एक बड़ी हस्ती को भी प्रतिलिपि भेजी जा चुकी है।