रायपुर। राज्य पुलिस सेवा और राज्य वन सेवा के अधिकारियों को आईपीएस और आईएफएस अवार्ड करने आज मंत्रालय में विभागीय पदोन्नति समिति की बैठक हुई। बैठक में शिरकत करने संघ लोक सेवा आयोग के सदस्य एयर मार्शल अजीत भौंसले रायपुर आए हैं।
राज्य बनने के बाद संभवतः यह पहला मौका होगा, जब रायपुर में आईपीएस, आईएफएस अवार्ड करने की बैठक हुई हो। अभी तक ये बैठक यूपीएससी में होती थीं। यहां से चीफ सिकरेट्री, विभाग के सिकरेट्री दिल्ली जाते थे। पता चला है, यूपीएससी सदस्य भौंसले ने छत्तीसगढ़ देखने की इच्छा जाहिर की थीं। इसको देखते बैठक रायपुर में आयोजित की गई।आईपीएस अवार्ड की डीपीसी में चीफ सिकरेट्री अमिताभ जैन, एसीएस होम सुब्रत साहू, डीजीपी डीएम अवस्थी और यूपीएससी मेम्बर एयर मार्शल भौंसले शामिल थे। वहीं, आईएफएस की डीपीसी में चीफ सिकरेट्री अमिताभ जैन, प्रमुख सचिव वन मनोज पिंगुआ और पीसीसीएफ राकेश चतुर्वेदी के साथ यूपीएससी मेम्बर मौजूद रहे।
आईपीएस की दो पदो के लिए राज्य पुलिस सेवा के आधा दर्जन अधिकारियों का पेनल बनाया गया था। इनमें 96 बैच के धर्मेंद्र छवई और 97 बैच के डीएस मरावी का नाम सबसे उपर है। इन दोनों अधिकारियों का 2019 की डीपीसी में नम्बर नहीं लग सका था। सीआर के साथ कुछ जांच के पेंच आड़े आ गए थे। लेकिन, अब पता चला है सब क्लियर हो गया है। उनके साथ 97 बैच के वायपी सिंह का पिछली डीपीसी में लिफाफा बंद हो गया था। पैनल में उमेश चैघरी, मनोज खिलाड़ी, रवि कुर्रे और सीडी टंडन का नाम शामिल है।
इसी तरह राज्य वन सेवा याने एसीएफ से आईएफएस बनाने खाली 5 पदो के लिए भी डीपीसी हुई।