सूरजपुर : सूरजपुर में देर शाम अफसरों की लापरवाही ने 3 साल के एक बच्चे की जान ले ली। स्कूल की बाउंड्रीवॉल बनाने के लिए खुदवाए गए गड्ढों में गिरकर बच्चे की मौत हो गई। बच्चा घर के बाहर खेलते-खेलते 50 फीट दूर पानी से भरे गड्ढे के पास पहुंचा और उसमें गिर गया। गड्ढा खुदवाए जाने के बाद उसे कवर करने का कोई इंतजाम नहीं किया गया था। अब हादसे के बाद वहां तार बाड़ लगाई गई है। मामला भैयाथाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक, ग्राम पंचायत नया करकोली में प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय के लिए बाउंड्रीवॉल का निर्माण कराया जा रहा है। इसी के कॉलम के लिए गड्ढे खुदवाए गए थे। बारिश का पानी भरने के कारण काम बंद कर दिया गया था। शुक्रवार शाम करीब 4 बजे बिसाहू रजवाड़े का 3 साल का बेटा चिराग घर के बाहर खेल रहा था। खेलते-खेलते वह गड्ढे में गिर गया। काफी देर तक जब वह नहीं दिखाई दिया तो परिजन तलाश करने निकले। इसके बाद गड्ढे में उसका शव मिला।
मिट्टी से पट गए थे गड्ढे, तीन दिन पहले फिर खुदवाए गए
ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल की बाउंड्रीवॉल के कॉलम के लिए दो महीने पहले गड्ढे खुदवाए गए थे, लेकिन मिट्टी से पट गए। इस पर 3 दिन पहले ग्राम पंचायत ने फिर JCB से 5 फीट गहरे 10 गड्ढों की खुदवाई कराई। इसी दौरान बारिश होने के कारण उनमें पानी भर गया। इसके बाद ग्राम पंचायत व अधिकारियों ने लापरवाही दिखाते हुए इन गड्ढों को खुला छोड़ दिया। सूचना पर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया था।
मानसिक रूप से कमजोर भाई ने किया इशारा तो चला पता
परिजनों ने बताया कि जब वह चिराग की तलाश कर रहे थे, तभी मानसिक रूप से कमजोर उसके बड़े भाई ने गड्ढे की ओर इशारा किया। परिजन जब उधर गए तो शव का पता चला। अधिकारियों ने बताया कि बाउंड्री वॉल का 70 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। घटना के बाद शनिवार को SDM प्रकाश सिंह राजपूत बिसाहू राजवाड़े को 4 लाख रुपए मुआवजे का चेक प्रदान किया है। वहीं पंचायत ने भी 2500 रुपए दिए हैं।