- बेमेतरा जिला भाजपा ने मनाया बलिदान दिवस
संजय महिलांग/नवागढ़। भारतीय जनता पार्टी बेमेतरा जिला कार्यालय में बुधवार को जन संघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर संगोष्ठी एवं वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें प्रमुख वक्ता के रूप में प्रदेश कार्यसमिति सदस्य राजीव अग्रवाल, पूर्व मंत्री डीडी बघेल, पूर्व विधायक अवधेश चंदेल, जिला महामंत्री विकास धर दीवान सहित पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल हुए। कार्यक्रम का आरम्भ मुखर्जी के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। संगोष्ठी के पश्चात कार्यालय परिसर में सभी पदाधिकारियों ने अशोक,कदम, गुलमोहर आदि के छायादार पौधे भी लगाए औऱ उसकी सुरक्षा का संकल्प भी लिया।
प्रमुख वक्ता अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन यात्रा एवं बलिदान के बारे में विस्तार पूर्वक बताया। उन्होंने कहा कि आजाद भारत के पहले उद्योग मंत्री डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने राष्ट्रीय हितों के लिए मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद अक्टूबर 1951 में जनसंघ की स्थापना की। उन्होंने जम्मू कश्मीर का अलग झंडा अलग संविधान और धारा 370 का पुरजोर विरोध किया और कश्मीर में सरकार से बिना अनुमति लिए 1953 को एक सभा का आयोजन किया, इसी दौरान गिरफ्तारी के बाद रहस्यमय परिस्थिति में उनकी मृत्यु हो गई। देश के लिए किया गया उनका त्याग और बलिदान भुलाया नहीं जा सकता। भाजपा इस दिन को बलिदान दिवस के रूप में मनाती आ रही है।
पूर्व विधायक चंदेल ने कहा कि देश की स्वतंत्रता के बाद डॉ. मुखर्जी ने जनसंघ की स्थापना में अपनी अहम भूमिका निभाई। डॉ. मुखर्जी कभी किसी पद के मोहताज नहीं रहे, बल्कि देश सेवा ही उनका परम लक्ष्य था। डॉ. मुखर्जी ने पूरी दृढ़ता के साथ कहा था कि भारत के तिरंगे का सम्मान होना चाहिए और एक देश में दो निशान, दो विधान और दो प्रधान नहीं चलेंगे। नए कार्यकर्ताओं को उनके बारे में पढ़ना चाहिए। संचालन कर रहे विकास दीवान ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए पार्टी के सभी कार्यकर्ता एकजुट होकर काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कश्मीर से धारा 370 का खात्मा कर उनके सपने को पूरा किया है, जो एक सच्ची श्रद्धांजलि है। इस दौरान रघुनंदन तिवारी, राजा पांडेय,सुरेंद्र सिंह, विजय सुखवानी, परमेश्वर वर्मा, दीपेश साहू, आकिब मलकानी, निशा चौबे, विकास घरडे, मोंटी साहू, होरिलाल सिन्हा, रामानन्द त्रिपाठी, सावित्री रजक, नितेश शर्मा, ललिता साहू, निखिल साहू,महेश्वर साहू सहित कार्यकर्ता उपस्थित रहे।