- भूपेश सरकार के ढाई साल पूरे होने के बाद भी शिक्षा का स्तर और शिक्षा व्यवस्था खस्ताहाल, आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के झूठ दावों की खोली पोल
नरसिंग मंडावी/नारायणपुर : भारत में कई दशकों से धर्म-जाति की राजनीति होती रही है लेकिन अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने दिल्ली में जो शिक्षा क्रांति की अलख जगायी, उसका असर अब जगह-जगह होना शुरू हो गया है।शायद भारत के किसी अन्य राज्य के शिक्षा मंत्री का नाम उतने लोग नहीं जानते होंगे जितना दिल्ली के शिक्षा मंत्री का नाम जानते हैं। अब राजनीति में शिक्षा और स्वास्थ्य की बातें होने लगी हैं। इसी क्रम में कांग्रेस नेता और समर्थक छत्तीसगढ़ में कल से एक स्कूल की फ़ोटो सोशल मीडिया पर डालकर भूपेश बघेल की वाहवाही कर रहे हैं।
आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष नरेन्द्र नाग ने कहा- छत्तीसगढ़ में लगभग 55000 से अधिक सरकारी स्कूल है जिनमें लाखों बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे है लेकिन उनकी जर्जर अवस्था , व्यवस्था और शिक्षकों की उपलब्धता आज भी लगभग भगवान भरोसे ही है।आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष नरेन्द्र नाग ने आज प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए जानकारी दी कि भूपेश बघेल सरकार के ढाई साल पूरे हो गए हैं और सरकार का दावा महज दिखावा रह गया है और शिक्षा में उन्नति को लेकर प्रदेश की स्थिति बद से बदहाल हो गई है।
आज आम आदमी पार्टी ने प्रदेश स्तर पर सरकार के इन दावों की सच्चाई जानने का फैसला किया है । कम से कम 300 सरकारों स्कूलों की हकीकत आम आदमी पार्टी आज उजागर करने वाली है ।आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता पूरे प्रदेश में आज अपने आस पास के स्कूलों में जाकर उनकी यथास्थिति से रूबरू होगें और जनता के सामने असलियत रखेंगे।
प्रदेश में भूपेश की कांग्रेस सरकार और बीजेपी सरकार दोनो ने ही नूरा कुश्ती कुश्ती करते हुए कभी भी शिक्षा का स्तर सुधारने की कोशिश ही नहीं की है। हमेशा दिखावा कर कुछ स्कूलों में कंप्यूटर लगा कर , रंग रोगन कर उदघाटन कर बड़े बड़े दावे कर जनता को मुंगेरी लाल के सपने दिखा दिए जाते है और हकीकत में कुछ भी बदलाव देखने को नहीं मिलता।कुछ महीनों बाद पता चलता है कि ये सारी खरीद फरोक्त भी घोटालों और भ्रष्टाचार की भेट चढ़ गई और कोई उपकरण काम नहीं कर रहा है।
आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता अब लगातार सभी सरकारी स्कूलों के दौरे कर स्कूली शिक्षा के स्तर की पोल खोल कर जनता के सामने प्रस्तुत करेंगे। इसी कडी मे आम आदमी पार्टी जिला अध्यक्ष नरेन्द्र नाग ने विधायक चंदन कश्यप के विधायक कार्यालय के सामने 1876 मे स्थापित प्राथमिक शाला नारायणपुर का हाल देखा स्कूल भवन इतनी ज्यादा खराब अवस्था मे है की बच्चो को असुरक्षित सा लगता है छत मे सीट टूटे पडे है शौचालय की हालत भी ठीक नही है बारांदा पूरी तरह से कीचड़ युक्त है बच्चे कभी भी दुर्घटना का शिकार हो सकते है विधायक कार्यालय के सामने शहर के बीच का ये हाल है तो पूरे अबुझमांड का हाल कैसा होगा स्कूलों के दुर्दशा का जिम्मेदार सरकार को लेना चाहिये खोखले विकास बंद कर अबुझमांड की शिक्षा व्यवस्था दुरूस्त करना चाहिये फर्जीवाडा बंद हो चंदन कश्यप खुद एक शिक्षक रह चुके है पर शिक्षा के प्रति विधायक चंदन कश्यप की रूची बच्चो के प्रति काम करने का मन नही है केवल सरकारी खजाने का दुरूपयोग पर ज्यादा ध्यान है
आम आदमी पार्टी का भूपेश सरकार से सवाल है:-
- 1- शिक्षा का बजट कितना फीसदी है ?
- 2- प्रदेश में कितने अंग्रेजी मीडियम आत्मानंद स्कूल तैयार हुए हैं, सरकार उसका जबाव दे ।
- 3- 55000 सरकारी स्कूलों को सरकार ने भगवान भरोसे क्यों छोड़ा है ।
4- रमन के कार्यकाल में जो 3600 स्कूल बंद हुए , उनपर क्या कार्यवाही हुए l - 5- जिन स्कूलों को इग्लिश मीडियम में तब्दील किया है उन स्कूल के बच्चों को कहां शिफ्ट किया गया।
- 6- सरकार ने कहा था कि जिले के सभी ब्लॉक से बच्चों को इग्लिश मीडियम में लिया जाएगा लेकिन सिर्फ 3-4 किलोमीटर के ही बच्चों का दाखिला हुआ है
- 7.शिक्षा विभाग के आंकड़ों के अनुसार राज्य में 979 स्कूल भवन विहीन हैं, यानी इनमें से अधिकांश स्कूल किसी झोपड़ी में, किसी बरामदे में या किसी पेड़ के नीचे लगते हैं । इनकी हालत कब सुधरेगी ।
- 8. राज्य के 18,147 स्कूलों में बाउंड्री वॉल ही नहीं है , इनकी सुध सरकार कब लेगी ?