प्रकाश नाग/केशकाल : कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमण की जद में आने की आशंका के बीच छत्तीसगढ़ राज्य में मंगलवार से पूरे राज्य में डेढ़ माह के बच्चों को पीसीवी यानी न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीनेशन की शुरूवात किया गया । इसी के तहत केशकाल सामुदायिक स्वस्थ केंद्र में भी स्वस्थ विभाग के कर्मचारियों द्वारा टिका का पूजा कर बच्चो को टीम लगाना प्रारंभ किया गया ।
केशकाल सामुदायिक स्वस्थ केंद्र बीएमओ डॉ. डीके बिसेन ने बताया कि ये टीका डेढ़ माह के बच्चों को लगाया जाएगा। दरअसल, इस वैक्सीन का पहला डोज डेढ़ माह यानी 6 हफ्ते के नवजात शिशुओं को लगाया जाता है। इसके 14 हफ्ते बाद दूसरा डोज और 9 महीने के बाद तीसरा डोज लगाया जाता है। न्यूमोकोकल न्यूमोनिया, दिमाग, कान से रिसाव ,सेप्टीसीमिया साइनोसाइटिस के इंफेक्शन से बचाव करने वाले पीसीवी का टीका नियमित टीकाकरण सत्रों में लगाया जाएगा ।
टिका नही लगाने से हो सकता हैं कई बीमारी
न्यूमोकोकल निमोनिया सांस के रास्ते से होने वाला एक संक्रमण है। इससे फेफड़े में सूजन आती है, पानी भी भरने लगता है। इससे नवजात शिशुओं में सांस लेने में तकलीफ भी हो सकती है। ऐसे में ऑक्सीजन की कमी भी हो सकती है। इस बीमारी के मुख्य लक्षणों में खांसी, पसलियों का चलना, सांस लेने में दिक्कत या सांस का तेज चलना भी हो सकता है। यह सारे लक्षण आमतौर से कोरोना संक्रमण में भी नजर आते हैं। इस निमोनिया का गंभीर संक्रमण जानलेवा माना जाता है।
टीका लगने से जानलेवा नहीं रहेगी बीमारी
पीसीवी वैक्सीन बच्चों को न्यूमोकोकल निमोनिया की वजह से होने वाली मौत से बचाव करेगा। दो साल तक के बच्चों में इस बीमारी का सबसे ज्यादा खतरा रहता है। लेकिन सबसे अधिक खतरा एक साल से कम उम्र के बच्चों में होता है। इसलिए टीकाकरण में नवजात बच्चों की इस उम्र पर खास फोकस किया गया है। न्यूमोकोकल निमोनिया फैलने वाला संक्रमण भी है, इसलिए इसके टीकाकरण से बीमारी के फैलाव को भी रोका जा सकेगा। ये बीमारी भी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में खांसने या छींकने की वजह से फैलती है। इस दौरान नगर पंचायत अध्यक्ष रोशन ज़मीर खान , कानमल जैन सहित स्वस्थ विभाग के समस्त कर्मचारी उपस्थित रहे ।