- सरपंच , सचिव से लेकर बड़े अधिकारी व जनपद पंचायत के कर्मचारी के आने जाने का रास्ता है ये…!!
- इसे क्या ये कहा जाए कांकेर जनपद पंचायत परिसर बन गया अवैध तालाब…?
अक्कू रिजवी/कांकेर : कांकेर शहर का जनपद पंचायत कार्यालय पुरानी कचहरी से लगा हुआ नया ही भवन है लेकिन इस कार्यालय का हमेशा का रोना यही है कि थोड़ी ही देर की बरसात में इसका परिसर एक बड़े से अवैध तालाब का रूप ले लेता है जो लोगों का आना जाना बंद करा देता है । इसका कोई स्थायी समाधान प्रशासन ने अब तक नहीं खोजा है और उसके रवैये से ऐसा लगता है मानो उसे स्थायी समाधान में कोई रूचि है ही नहीं। जनपद पंचायत कार्यालय में आने जाने वाले लोगों की तकलीफ को देखकर जनपद पंचायत अफसर तथा कर्मचारियों को बड़ी खुशी होती होगी, वरना क्या कारण है कि दिन भर पानी भरा रहने के बाद भी उसके निपटान के लिए एक पंप का भी प्रबंध साहब द्वारा नहीं किया जाता है ?आज कुछ समय के लिए प्री मानसून की वर्षा कांकेर में हुई जिसमें बहुत तेज वर्षा तो 1 घंटे ही हुई लेकिन उतने में ही जनपद पंचायत परिसर में लबालब भरे हुए पानी में अवैध तालाब का नजारा दिखने लगा। यहां आने जाने वाले कई लोग फिसल कर गिरे और दर्शकों की हंसी का पात्र बन गये। जब घंटे 2 घंटे की बारिश में यह हाल है तो फिर मानसून आने पर जब दिन भर बारिश होगी तब तो यह कार्यालय ही डूब जाएगा। तभी प्रशासन का ध्यान इधर जाएगा । तब तक तो लोगों को यहां की तकलीफ बड़े गेट से लेकर बड़ेसाहब के दरवाजे तक झेलनी ही पड़ेगी।