रायपुर वॉच

मुख्यमत्री, कृषि मंत्री बताएं अपने कितने धनहा भूमि में बबूल की खेती करने वाले हैं : संदीप शर्मा

Share this
  • कृषिमंत्री बताएं गत वर्ष किन 9 लाख हेक्टेयर धान रकबा का पंजीयन नही किया गया और क्यों? संदीप शर्मा
  • कृषि मंत्री बताएं गत वर्ष पंजीकृत 27 लाख हेक्टेयर पंजीयन के विरुद्ध केवल 24.5, लाख हेक्टेयर भूमि की ही धान क्यों खरीदे?
  • कृषि मंत्री बताएं इस वर्ष 8 लाख हेक्टेयर भूमि में धान रकबा कटौती के विरुद्ध 2.38 लाख हेक्टेयर में दलहन, तिलहन,मक्का की बढ़ोतरी की जा रही, शेष 5.62 हेक्टेयर में धनहा में पेड़ लगवाएंगे?

रायपुर : चालू खरीफ सीजन में धान, मक्का, दलहनी, तिलहनी एवं अन्य फसलों की बोआई को लेकर कृषि कृषि मंत्री द्वारा जारी आँकड़े न केवल भ्रामक हैं वरन राज्य के किसानों को गुमराह करने वाला है, सरकार के इस कागजी योजना से धान की खेती करने वाले किसानों में एकबार फिर उहापोह की स्थिति बन गयी है, उक्त बातें एक बयान में भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश प्रभारी संदीप शर्मा ने कही। उन्होंने आगे कहा कि कृषि मंत्री के बयान के अनुसार गत वर्ष राज्य में 36 लाख 95 हजार हेक्टेयर भूमि में धान बोया गया था। उन्ही के पूर्व बयान के अनुसार 27. 5 लाख हे. भूमि का पंजीयन गत वर्ष किया गया था और 24.5 हेक्टेयर रकबा का धान खरीद गया , 3 लाख हेक्टेयर अर्थात लगभग 7. 5 लाख एकड़ पंजीकृत धनहा भूमि का धान नही खरीदा गया। प्रश्न यह भी उठता है कि गत वर्ष किन 9 लाख हेक्टेयर भूमि का पंजीयन नही किया गया? और क्यों? हम पहले से ही कहते आ रहे हैं कि किसानों के एक बड़े धान रकबे का पंजीयन नही किया गया, किसानों के साथ छल किया गया। अब भूपेश सरकार 8 लाख एकड़ धान खेती का रकबा घटाने की योजना आगामी सत्र में बना रही है। इसमें प्रश्न यह है कि वह कौनसी 8 लाख हेक्टेयर भूमि है? क्या जिन्हें कपट पूर्वक पंजीकृत नही किये वह धनहा भूमि ? या जिनका पंजीयन किया गया उसमे से 8 लाख हेक्टेटर ( 20 लाख एकड़) कटौती करने का षड्यंत्र रचा जा रहा ?
श्री शर्मा ने कृषि मंत्री की आगामी खरीफ लक्ष्य के आंकड़ों पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि आगामी सत्र में सरकार ने अरहर में 10380 हे, उड़द में 30600 हे, अन्य दलहन (संभवतः सोयाबीन) 12340 हे, तिलहन में 61820 हे, अन्य अनाज 71250 हे, मक्का में 51600हे, कुल मिलाकर दलहन ,तिलहन अन्य अनाज के रकबा में 2लाख 37 हजार 980 हेक्टेयर रकबा बढ़ाने का लक्ष्य रखा है ,और धान का 8 लाख हेक्टेयर रकबा घटाने का लक्ष्य है, ऐसी स्थिति में धान के घटाए गए गए शेष रकबा 5 लाख 62 हजार हे ( 13 लाख 88 हजार 140 एकड़) भूमि में क्या बोया जाएगा? क्या किसानों को इसे खाली छोड़ने बाध्य तो नही किया जाएगा? किसान मोर्चा के प्रभारी संदीप शर्मा ने कृषि मंत्री से यह भी जानना चाहा है कि क्या शेष 5 लाख 32 हजार हेक्टेयर धनहा कृषि भूमि में सरकार की योजना वृक्ष लगवाने तो नही?, ऐसी परिस्थिति में स्वयं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे और वृक्ष बयान बहादुर मंत्री मोहम्मद अकबर को बताना चाहिए कि वे स्वयं अपने कितने धनहा भूमि में वृक्ष लगाने वाले हैं जिनमे उन्होंने गत वर्ष धान बोए थे?

Share this

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *