नरसिंग मंडावी/नारायणपुर : बस्तर में सुरक्षाबलों के नक्सल विरोधी अभियान का असर दिखने लगा है। यही कारण है कि नारायणपुर जिले में अब 5 नक्सली सदस्यों ने सरेंडर किया है। ये सदस्य संगठन में काम करने के अलावा गांवों में नक्सलियों को सुरक्षा देने, पुलिस पार्टी की रेकी करने जैसे तमाम काम करते थे। अब इन्होंने नक्सलियों की गलत नीतियों से असंतुष्ट होकर पुलिस के समक्ष सरेंडर किया है। इन्हें जनमिलिशिया सदस्य कहा जाता है।
ये काम करते थे
नक्सलियों के लिए खाने की व्यवस्था करना।
गांव में अंजान व्यक्तियों के आने पर उनसे पूछताछ और निगरानी करना।
गांवों में नक्सली साहित्य और पोस्टर लगाना।
नक्सलियों को पुलिस की क्षेत्र में आने की सूचना देना।
नक्सलियों के लिए बाजारों से दैनिक उपयोग का सामान खरीदना।
पुलिस पार्टी की रेकी करना जैसे काम करते थे।
पायको मंडावी कुतुल पंचायत मिलिशिया सदस्य, गुड्डी ध्रुवा धुरबेड़ा पंचायत मिलिशिया सदस्य, भीमा कोवाची गोमागाल पंचायत मिलिशिया सदस्य, बुधू चेरका आलबेड़ा पंचायत मिलिशिया सदस्य और सोनू उसेंडी तोके पंचायत मिलिशिया सदस्य ने समर्पण कर दिया है।
पहले भी करते रहे हैं सरेंडर
इसके पहले भी बस्तर के अलग-अलग जिलों में नक्सली सरेंडर करते रहे हैं। इसके अलावा पुलिस के नक्सल विरोधी अभियान ते तहत भी सफलता हाथ लगती रही है। 3 दिन पहले ही नारायणपुर जिले में पुलिस ने 5 लाख के इनामी समेत पांच नक्सलियों को गिरफ्तार किया था। वहीं 8 दिन पहले भी 3 नक्सलियों को दबोच लिया गया था। इतना ही नहीं कुछ महीने पहले दंतेवाड़ा से लोन वर्राटू अभियान के तहत 5 नक्सलियों ने सरेंडर किया था। जिसमें 2 इनाम नक्सली भी शामिल थे।