अक्कू रिजवी/कांकेर : कांकेर पूरे प्रदेश में कोविड टीकाकरण को लेकर गहमा-गहमी का माहौल बना हुआ है। प्रदेश सरकार टीकाकरण की उपलब्धियां गिना रही है। कहीं अफवाहों का बाजार गर्म है तो कहीं टीकाकरण न लग पाने का मलाल है। कोई आनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाकर कर भी टीका नहीं लगवा पा रहा तो कहीं वेक्सीन की कमी को लेकर लोगों में निराशा का वातावरण बना हुआ है। शासन प्रशासन की सबसे पहली प्राथमिकता है कि प्रदेश की जनता को टीकाकरण करवा कर इन्हें कोरोनावायरस के घातक परिणाम से सुरक्षित किया जाय। इन सबके बीच आज उन टीकाकर्मियों की सुधि लेने वाला कोई नहीं है। जो विगत 4 माह से बिना किसी अवकाश के 10 से 11 घंटे की ड्यूटी कर रहा। बिना किसी विशेष सुविधा साधन के संक्रमण के वातावरण में अपने जान जोखिम में डालकर कर्तव्य पर अडिग है। छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के जिला सचिव अशोक नाग ने ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के पत्र का हवाला देते हुए बताया कि शासन द्वारा टीकाकरण दल के सदस्यों को अपने-अपने दायित्वों के अनुरूप प्रोत्साहन राशि दिये जाने का प्रावधान है। इस संबंध में स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ जिला कांकेर द्वारा पत्राचार भी किया गया है। बावजूद इसके प्रोत्साहन राशि में देरी उचित नहीं है। शुक्रवार को छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ प्रतिनिधि मंडल सीएमओ कार्यालय पहुंचा जहां जिला अध्यक्ष प्रदीप राव कदम ने डॉ. जे एल उइके मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला कांकेर से कर्मचारियों की लंबित भुगतान को शीघ्रता से पूर्ण करने के लिए चर्चा कर ज्ञापन सौंपा। सीएमओ का कहना था कि इस मद की पूरी राशि ब्लाक में दी जा चुकी है, शीघ्र ही भुगतान करने का आश्वासन दिया। स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष जे आर नेताम ने संघ द्वारा कर्मचारियों की समस्याओं एवं मांगों पर पूर्व में किये गये पत्राचार पर भी चर्चा किया।जिस पर सीएमओ ने अपनी सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। मुलाकात के दौरान प्रतिनिधि मंडल में छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के उपाध्यक्ष श्रीमती सुमन शर्मा, एवं जिला सह सचिव रामेश्वर साहू पर भी मौजूद रहे।
4 माह से टीकाकरण को प्रोत्साहन राशि का भुगतान लंबित, कलेक्टर एवं सीएमओ से मिला कर्मचारी संगठन
